Edited By Rohini Oberoi,Updated: 18 Aug, 2025 04:26 PM

भारत दुनिया में व्हिस्की का सबसे बड़ा बाजार है जहां हर दूसरी बोतल बिकती है। यहां व्हिस्की पीने का एक खास अंदाज है। अक्सर लोग इसे सोडा के साथ मिलाकर पीते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों है? आइए जानते हैं कि व्हिस्की और सोडा का यह कनेक्शन...
नेशनल डेस्क। भारत दुनिया में व्हिस्की का सबसे बड़ा बाजार है जहां हर दूसरी बोतल बिकती है। यहां व्हिस्की पीने का एक खास अंदाज है। अक्सर लोग इसे सोडा के साथ मिलाकर पीते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों है? आइए जानते हैं कि व्हिस्की और सोडा का यह कनेक्शन आखिर क्या है।
स्वाद का राज और जलन से राहत
व्हिस्की में आमतौर पर 40 से 50% तक अल्कोहल होता है जिसे सीधे पीना कई लोगों के लिए मुश्किल हो सकता है। यह गले में जलन पैदा करता है। सोडा इस जलन को कम करता है और ड्रिंक को थोड़ा हल्का और रिफ्रेशिंग बना देता है।
यह भी पढ़ें: Emergency Landing: उड़ान के बाद विमान के इंजन में लगी आग, कोर्फू एयरपोर्ट पर हुई इमरजेंसी लैंडिंग, सामने आया Video

इसके पीछे विज्ञान भी है। व्हिस्की में कई तरह के खुशबूदार कंपाउंड होते हैं जो सोडा या पानी मिलाने पर खुलकर सामने आते हैं। यही वजह है कि सोडा के साथ व्हिस्की का असली स्वाद और भी बेहतरीन हो जाता है।
सेहत से जुड़ा पहलू और चलन
सीधी व्हिस्की पीने से पेट में एसिडिटी और इरिटेशन की समस्या हो सकती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार हार्ड अल्कोहल जीभ और गले के रिसेप्टर्स को सुन्न कर सकती है जिससे जलन होती है। सोडा इसे कुछ हद तक माइल्ड बना देता है और शरीर को होने वाले नुकसान को कुछ हद तक कम करने में मदद करता है। इसके अलावा सोडा के साथ पीने पर नशा धीरे-धीरे चढ़ता है और हैंगओवर भी कम होता है।
यह भी पढ़ें: 'मैं नहीं करता था कई दिनों तक ब्रश...' इस क्रिकेटर का चौंकाने वाला खुलासा, बताया मैदान पर क्यों अपनाई ये गंदी ट्रिक

व्हिस्की में सोडा मिलाने का चलन पीढ़ी-दर-पीढ़ी चला आ रहा है और आज यह भारत की ड्रिंकिंग कल्चर का अहम हिस्सा बन गया है।