Edited By Radhika,Updated: 22 Dec, 2025 01:26 PM

वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान जिसमें लोकसभा चुनाव के बाद BJP के चंदे में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है। बीजेपी को इस साल कुल 6,654.93 करोड़ रुपये का चंदा मिला है, जो पिछले साल के मुकाबले 68 % ज्यादा है। दूसरी ओर कांग्रेस की आर्थिक स्थिति में गिरावट...
नई दिल्ली: वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान जिसमें लोकसभा चुनाव के बाद BJP भारतीय के चंदे में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है। बीजेपी को इस साल कुल 6,654.93 करोड़ रुपये का चंदा मिला है, जो पिछले साल के मुकाबले 68 % ज्यादा है। दूसरी ओर कांग्रेस की आर्थिक स्थिति में गिरावट आई है और उसका चंदा पिछले साल के मुकाबले 43 % कम होकर 522.13 करोड़ रुपये रह गया है।
इलेक्टोरल ट्रस्ट्स का बड़ा सहारा
इलेक्टोरल बॉन्ड्स पर सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद राजनीतिक दलों के लिए 'इलेक्टोरल ट्रस्ट' चंदे का सबसे बड़ा जरिया बनकर उभरे हैं।
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बीजेपी को मिले कुल चंदे का 40% हिस्सा सिर्फ तीन बड़े ट्रस्टों—प्रूडेंट, प्रोग्रेसिव और न्यू डेमोक्रेटिक—से आया है।
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प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने अकेले बीजेपी को 2,180 करोड़ रुपये दिए।
बड़े उद्योगपतियों और हस्तियों ने खोला हाथ
कॉरपोरेट जगत की दिग्गज कंपनियों ने बीजेपी पर भरोसा जताया है:
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सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया: ₹100 करोड़
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रुंगटा संस: ₹95 करोड़
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वेदांता और बजाज ग्रुप: क्रमशः ₹67 करोड़ और ₹65 करोड़
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निखिल कामथ (ज़ेरोधा): इन्होंने भी अपनी ओर से ₹1.5 करोड़ का व्यक्तिगत दान दिया है।
नेताओं ने भी दिया योगदान
बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं ने अपनी जेब से पार्टी फंड में पैसा दिया है:
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हिमंत बिस्वा सरमा (असम CM): ₹3 लाख
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मोहन चरण माझी (ओडिशा CM): ₹5 लाख
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धर्मेंद्र प्रधान (केंद्रीय मंत्री): ₹1 लाख
विभिन्न राजनीतिक दलों को मिला चंदा (2024-25)
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राजनीतिक दल
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चंदा (FY 2024-25)
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पिछले साल से तुलना (Status)
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मुख्य स्रोत / टिप्पणी
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BJP
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₹6,654.93 करोड़
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68% बढ़ोतरी
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इलेक्टोरल ट्रस्ट और कॉर्पोरेट जगत की पहली पसंद।
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कांग्रेस
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₹522.13 करोड़
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43% गिरावट
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पिछले साल ₹1,129 करोड़ मिला था।
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TMC
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₹184.08 करोड़
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भारी गिरावट
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पिछले साल बॉन्ड्स के जरिए ₹618 करोड़ मिले थे।
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YSR कांग्रेस
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₹140.00 करोड़
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गिरावट
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पिछले साल के ₹184 करोड़ से कम।
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TDP
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₹85.20 करोड़
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गिरावट
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पिछले साल की तुलना में काफी कम।
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BJD
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₹60.00 करोड़
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गिरावट
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पिछले साल ₹246 करोड़ के मुकाबले कमी।
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AAP
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₹39.20 करोड़
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बढ़ोतरी
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पिछले साल के ₹22 करोड़ से लगभग दोगुना।
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BRS
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₹15.09 करोड़
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भारी गिरावट
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पिछले साल यह आंकड़ा ₹580 करोड़ था।
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सपा (SP)
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₹93.47 लाख
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बढ़ोतरी
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पिछले साल की तुलना में लगभग दोगुना।
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