Edited By Mansa Devi,Updated: 06 Jul, 2025 04:52 PM

पनवेल-गोरखपुर एक्सप्रेस में सफर कर रही एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने पर झांसी रेलवे स्टेशन पर उतारा गया। यहां, सेना के एक युवा डॉक्टर ने प्लेटफार्म पर ही महिला की सुरक्षित डिलीवरी कराई। इस आकस्मिक स्थिति में हेयर क्लिप और पॉकेट नाइफ जैसे...
नेशनल डेस्क: पनवेल-गोरखपुर एक्सप्रेस में सफर कर रही एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने पर झांसी रेलवे स्टेशन पर उतारा गया। यहां, सेना के एक युवा डॉक्टर ने प्लेटफार्म पर ही महिला की सुरक्षित डिलीवरी कराई। इस आकस्मिक स्थिति में हेयर क्लिप और पॉकेट नाइफ जैसे सामान्य उपकरणों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और महिला ने एक स्वस्थ बेटी को जन्म दिया।
यह घटना शनिवार दोपहर की है, जब पनवेल से बाराबंकी जा रही गर्भवती महिला को अचानक तेज प्रसव पीड़ा होने लगी। महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे तुरंत झांसी स्टेशन पर उतारा गया। मौके पर मौजूद एक महिला टिकट चेकिंग कर्मी और सेना चिकित्सा कोर के अधिकारी, डॉक्टर रोहित बचवाला (31) ने तुरंत मोर्चा संभाला।
डॉक्टर बचवाला ने बताया कि वह हैदराबाद जाने के लिए अपनी ट्रेन का इंतजार कर रहे थे, तभी उन्होंने एक महिला रेल कर्मचारी को व्हीलचेयर पर एक गर्भवती महिला को ले जाते देखा। दर्द से कराह रही महिला अचानक गिरने लगी, जिसके बाद डॉक्टर बचवाला ने तुरंत उन्हें संभाला। महिला की नाजुक हालत को देखते हुए और मां-बच्चे दोनों की जान बचाने के लिए, उन्होंने रेलवे कर्मियों की मदद से प्लेटफार्म पर ही डिलीवरी कराने का निर्णय लिया।
प्रसव के दौरान, डॉक्टर बचवाला ने उपलब्ध संसाधनों का बेहतरीन उपयोग किया। उन्होंने बताया कि गर्भनाल को जकड़ने के लिए महिलाओं के बालों में इस्तेमाल होने वाली हेयर पिन का सहारा लिया गया। बच्चे की स्थिति स्थिर होने के बाद, उन्होंने एक पॉकेट नाइफ का इस्तेमाल करके गर्भनाल को काटा और मां-बच्चे को अलग किया। उन्होंने जोर दिया कि ऐसी नाजुक स्थिति में हर पल कीमती होता है।
डॉक्टर बचवाला ने बताया कि उनके पास बहुत कम समय था, इसलिए उन्होंने प्लेटफार्म पर ही एक अस्थायी प्रसव क्षेत्र बनाया और बुनियादी स्वच्छता सुनिश्चित की। डिलीवरी के बाद, मां और नवजात बच्ची दोनों को तुरंत एम्बुलेंस से स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। सेना के इस युवा डॉक्टर द्वारा न्यूनतम संसाधनों का उपयोग करके इतनी कुशलता और सुरक्षित तरीके से की गई डिलीवरी देखकर आसपास के लोग हैरान रह गए। यह संयोग की बात थी कि मेजर बचवाला इस जटिल चिकित्सकीय प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद समय पर हैदराबाद के लिए अपनी ट्रेन भी पकड़ पाए।