Edited By Radhika,Updated: 01 Dec, 2025 04:02 PM
अक्सर आपने लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि महीना खत्म होने से पहले उनकी सैलरी खत्म हो गई है। सैलरी आते ही EMI, घर के खर्चे और बिलों में निकल जाती है। इसके बाद अगले महीने की सैलरी का इंतजार शुरु हो जाता है। अगर आप भी इन लोगों की लिस्ट में आते हैं...
नेशनल डेस्क: अक्सर आपने लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि महीना खत्म होने से पहले उनकी सैलरी खत्म हो गई है। सैलरी आते ही EMI, घर के खर्चे और बिलों में निकल जाती है। इसके बाद अगले महीने की सैलरी का इंतजार शुरु हो जाता है। अगर आप भी इन लोगों की लिस्ट में आते हैं तो इससे बाहर निकलना काफी जरुरुी है। आपको अपनी आदतों में एक छोटा सा लेकिन असरदार बदलाव करना होगा, जिससे आप अपनी आय को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकें और हर महीने कुछ बचत कर पाएं। पैसे बचाने के लिए यहां 10 आसान और प्रभावी तरीके दिए गए हैं, जिन्हें अपनाकर आप वित्तीय रूप से मजबूत हो सकते हैं:
1. एक-एक रुपये का हिसाब रखें
कई बार हम 50-100 रुपये के छोटे UPI पेमेंट्स को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन यही छोटे-छोटे खर्चे मिलकर महीने के अंत में एक बड़ी रकम बन जाते हैं। इसलिए, एक बजेटिंग ऐप या नोटबुक का इस्तेमाल करें और हर छोटे-बड़े खर्च का हिसाब रखें। इससे आपको साफ-साफ पता चलेगा कि आपका पैसा कहाँ जा रहा है और कहाँ फिजूलखर्ची हो रही है।

2. महीने के बजट को हफ्तों में बांट दें
सैलरी आते ही सारे पैसे खर्च न करें। महीने में चार हफ्ते होते हैं, इसलिए अपने खर्चों को चार हिस्सों में बांट दें। इससे यह सुनिश्चित होगा कि आप सिर्फ ज़रूरी खर्चों (राशन, बिल) को पहले निपटाएं और बाकी पैसा अगले हफ्तों के लिए बचा रहे।
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3. इमोशनल शॉपिंग से बचें
बच्चों के लिए, दोस्तों को देखकर, या किसी गैजेट के लालच में भावनाओं में बहकर खरीदारी करने से बचें। इसका सबसे अच्छा तरीका है कि किसी भी गैर-जरूरी चीज़ को खरीदने से पहले उसे 24 घंटे के लिए 'होल्ड' पर रखें। अक्सर आप पाएंगे कि वह चीज़ उतनी ज़रूरी नहीं थी, और आप फिजूलखर्ची से बच जाएंगे।
4. क्रेडिट कार्ड का समझदारी से इस्तेमाल
क्रेडिट कार्ड या BNPL (Buy Now Pay Later) सुविधा बुरी नहीं है, लेकिन इसका ज़्यादा इस्तेमाल आपको कर्ज के जाल में फंसा सकता है। इस सुविधा का इस्तेमाल तभी करें जब आप समय पर पूरा पेमेंट कर सकें। साथ ही क्रेडिट कार्ड के मिनिमम अमाउंट पेमेंट ऑप्शन से बचें, हमेशा पूरा बिल चुकाएं।

5. रोज़मर्रा के खर्चों के लिए कैश का इस्तेमाल
UPI से पेमेंट आसान है, लेकिन इससे खर्चों को ट्रैक करना मुश्किल हो जाता है। कोशिश करें कि हफ्ते में कुछ हिस्सा कैश में खर्च करें। जब जेब से पैसे निकलते हैं, तो आपको खर्च का एहसास होता है, जिससे आप नियंत्रित खरीदारी करते हैं।
6. 50-30-20 रूल अपनाएं
यह एक आसान और प्रभावी फॉर्मूला है:
50% ज़रूरी खर्चों के लिए (किराया, EMI, बिल)।
30% आपकी इच्छाओं के लिए (शॉपिंग, फिल्में, बाहर खाना)।
20% बचत या निवेश के लिए।
अगर आप इसे पूरी तरह फॉलो नहीं कर पाते हैं, तो छोटी बचत से शुरुआत करना भी बेहतरीन है।
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7. बाहर के खाने पर कंट्रोल करें
बार-बार बाहर से खाना ऑर्डर करना या रेस्तरां में खाना आपकी जेब और सेहत दोनों के लिए महंगा पड़ता है। कोशिश करें कि बाहर का खाना कम से कम खाएं। घर का बना खाना आपकी जेब और स्वास्थ्य दोनों की सेहत अच्छी रखेगा।
8. बेवजह के सब्सक्रिप्शन बंद करें
अगर आपने कई OTT प्लेटफॉर्म्स (Netflix, Amazon Prime, Hotstar आदि) का सब्सक्रिप्शन ले रखा है, तो देखें कि आप किनका इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। बेवजह के सब्सक्रिप्शन को खत्म करके आप हर महीने काफी पैसे बचा सकते हैं, जिसे आप बचत में डाल सकते हैं।
9. अपनी बचत को ऑटोमेट करें
जिस दिन आपकी सैलरी आती है, उसी दिन अपने बचत खाते में एक फिक्स रकम ऑटो-ट्रांसफर के लिए सेट कर दें। बचत को एक ज़रूरी बिल मानें जिसे सबसे पहले चुकाना है, न कि वह पैसा जो महीने के अंत में बचेगा।
10. छोटा-सा इमरजेंसी फंड रखें
हर महीने सिर्फ ₹500-₹1,000 की छोटी रकम से इमरजेंसी फंड बनाना शुरू करें। मुश्किल वक्त में यह फंड सुरक्षा कवच का काम करता है और आपको मेडिकल जरूरतों या किसी अन्य इमरजेंसी में कर्ज लेने से बचाता है।