Edited By Mansa Devi,Updated: 20 Aug, 2025 02:55 PM

महाराष्ट्र में पिछले पाँच दिनों से जारी भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है और 10 लोग घायल हैं। इसके अलावा 11 से ज़्यादा पशुओं की भी जान चली गई है। नांदेड, मुंबई और यवतमाल जैसे ज़िलों में...
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र में पिछले पाँच दिनों से जारी भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है और 10 लोग घायल हैं। इसके अलावा 11 से ज़्यादा पशुओं की भी जान चली गई है। नांदेड, मुंबई और यवतमाल जैसे ज़िलों में सबसे ज़्यादा नुकसान हुआ है।
इन जिलों में सबसे ज़्यादा मौतें
आंकड़ों के मुताबिक, सबसे ज़्यादा मौतें नांदेड में हुई हैं, जहाँ 7 लोग मारे गए। मुंबई उपनगर और यवतमाल में दो-दो लोगों की जान गई है, जबकि नागपुर, वाशिम, बुलढाणा, अमरावती, भंडारा, अकोला, बीड, मुंबई सिटी, रायगढ़ और सिंधुदुर्ग में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।
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मुंबई से ठाणे तक बिगड़े हालात
भारी बारिश के कारण कई शहरों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। ठाणे के भिवंडी शहर में हालात सबसे ज़्यादा खराब हैं, जहाँ बीते दो दिनों में 270 मिलीमीटर से ज़्यादा बारिश दर्ज की गई है। यहाँ के खडिपार इलाके में कई घरों में पानी घुस गया है। मुंबई मोनोरेल सेवा भी कुछ समय के लिए बाधित हुई थी, लेकिन अब उसे फिर से शुरू कर दिया गया है। मीरा-भायंदर वसई-विरार के कई इलाकों में भी जलभराव की समस्या है।
नदियों और बांधों का जलस्तर बढ़ा
पालघर ज़िले में लगातार बारिश से नदियों और बांधों का जलस्तर तेज़ी से बढ़ रहा है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सूर्या, मध्य वैतरणा, तानसा और मोडकसागर जैसे बांधों से पानी छोड़ना शुरू कर दिया है। इसके चलते नदी किनारे बसे गाँवों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने जनता से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सरकार हालात पर लगातार नज़र रखे हुए है और सभी जगह सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।