Edited By Rohini Oberoi,Updated: 26 Jun, 2025 12:51 PM

गुजरात के राजकोट से रिश्तों में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहाँ एक महिला जिसका 12 दिसंबर को तलाक हो गया था वह अपने पति से दूरी बर्दाश्त नहीं कर पाई। इसके बाद महिला और उसका पूर्व पति तलाक के मात्र चार दिन बाद लिव-इन-रिलेशनशिप में आ गए। इस...
नेशनल डेस्क। गुजरात के राजकोट से रिश्तों में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहाँ एक महिला जिसका 12 दिसंबर को तलाक हो गया था वह अपने पति से दूरी बर्दाश्त नहीं कर पाई। इसके बाद महिला और उसका पूर्व पति तलाक के मात्र चार दिन बाद लिव-इन-रिलेशनशिप में आ गए। इस दौरान दोनों के बीच कई बार शारीरिक संबंध भी बने लेकिन जब एक दिन महिला ने संबंध बनाने से इनकार किया तो जो हुआ वह चौंकाने वाला था।
शादी से तलाक और फिर लिव-इन का फैसला
दरअसल इस महिला की शादी साल 2019 में हुई थी। शुरुआती दिनों में सब कुछ ठीक था और 2022 में उनके घर एक प्यारे से बेटे ने जन्म लिया लेकिन धीरे-धीरे शादी में अनबन बढ़ने लगी और छोटी-छोटी बातों पर झगड़े होने लगे। आखिरकार 12 दिसंबर 2024 को दोनों का तलाक हो गया। तलाक के बाद उनके तीन साल के बेटे की कस्टडी पिता को मिली।
तलाक के सिर्फ पाँच दिन बाद 17 दिसंबर 2024 को महिला ने अपने बेटे के लिए अपने पूर्व पति के साथ लिव-इन रिलेशन में रहने का फैसला किया लेकिन यह फैसला महिला के लिए सबसे गलत साबित हुआ। उसने आरोप लगाया कि इस रिश्ते के दौरान उसके पूर्व पति ने कई बार उसका शारीरिक शोषण किया। जब उसने इसका विरोध किया तो उसने उसे और उनके बेटे को जान से मारने की धमकी दी। पूर्व पति का कहना था कि तलाक के बाद अब वह उसके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं कर सकती।
शारीरिक शोषण, आजादी छीनी और माता-पिता से बात करने से रोका
महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि जनवरी 2025 में उसके पूर्व पति ने अहमदाबाद और फिर राजकोट में उसका शारीरिक शोषण किया। उसने उसकी आजादी छीन ली उसका फोन नंबर बंद कर दिया और एक नया नंबर दे दिया। उसने महिला को उसके माता-पिता से भी बात करने से रोका। इसी महीने जब महिला के पिता का एक्सीडेंट हो गया तो पूर्व पति ने उसे उसके मामा के घर छोड़ दिया ताकि वह अपने पिता की देखभाल कर सके। आखिरकार 23 जनवरी 2025 को यह लिव-इन रिलेशन भी खत्म हो गया।
महिला ने दर्ज कराई शिकायत
बेटे की कस्टडी अभी भी पूर्व पति के पास थी। महिला और उसके परिवार ने कई बार कोशिश की कि बेटे को वापस लिया जाए लेकिन उन्हें सिर्फ महीने में एक बार बच्चे से मिलने की इजाजत मिली। आखिरकार 16 जून 2025 को महिला ने अपने बेटे की कस्टडी के लिए कोर्ट में याचिका दायर की। साथ ही उसने यूनिवर्सिटी पुलिस स्टेशन में अपने पूर्व पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई जिसमें उसने शारीरिक शोषण और धमकियों का जिक्र किया है। पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
यह मामला आधुनिक समाज में रिश्तों की बदलती प्रकृति और उसमें उत्पन्न होने वाले कानूनी व सामाजिक चुनौतियों को दर्शाता है।