Edited By Anu Malhotra,Updated: 21 Jun, 2025 09:00 AM

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले सप्ताह तक देश के विभिन्न हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश का अनुमान जताया है। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की बिजली की रफ्तार अब तटवर्ती और भीतरी इलाकों सहित दिल्ली-एनसीआर तक पहुँच चुकी है, जिससे बाढ़, भूस्खलन, तेज हवाओं और...
नेशनल डेस्क: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले सप्ताह तक देश के विभिन्न हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश का अनुमान जताया है। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की बिजली की रफ्तार अब तटवर्ती और भीतरी इलाकों सहित दिल्ली-एनसीआर तक पहुँच चुकी है, जिससे बाढ़, भूस्खलन, तेज हवाओं और यातायात विचलन का जोखिम बढ़ गया है। समय रहते अपने आप को मौसम की मार से शांत रखें—जानिए किन राज्यों में कितना जोखिम है:
रेड अलर्ट—अत्यधिक बारिश का खतरा (20–26 जून)
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केरल, कर्नाटक व गोवा (तटवर्ती क्षेत्र)
केरल के कासरगोड, कन्नूर, कोझिकोड, वायनाड और मलप्पुरम पर 20 से 26 जून तक 20 सेमी से अधिक बारिश का अनुमान है।
दक्षिण कर्नाटक (दक्षिण कन्नड़, उत्तर कन्नड़, उडुपी) में भी इस अवधि में अति भारी बारिश हो सकती है।
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कोंकण (महाराष्ट्र)
रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग में 20–21 जून को रेड अलर्ट—बाढ़ जैसे हालात और तेज बारिश की चेतावनी।
वहीं मुंबई, ठाणे और पालघर में ऑरेंज अलर्ट जारी है, जिन्हें जलभराव से सतर्क रहना चाहिए।
ऑरेंज अलर्ट—भारी बारिश और तेज हवाओं का इंकार (20–23 जून)
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गुजरात और मध्य प्रदेश तटीय क्षेत्र
22 जून से मजबूत बारिश का अनुमान, जबकि 20–21 जून को 30–40 किमी/घंटा की तेज हवा भी चल सकती है।
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पूर्वोत्तर भारत (असम, मेघालय, मिजोरम)
20–23 जून के बीच इन जिलों में अति भारी बारिश की संभावना बरकरार रहेगी—बाढ़-भूस्खलन का खतरा विशेष।
जबकि बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में 20–21 जून को भारी बारिश की चेतावनी भी जारी है।
दिल्ली–एनसीआर में येलो अलर्ट (20–22 जून)
राजधानी समेत आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश, गरज और छींटों की संभावना है। भारी वर्षा का जोखिम कम लेकिन मौसम टिकट काट सकता है—यात्री सतर्क रहें। मालूम हो कि मौसम विभाग ने 19 जून को बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मॉनसून की एंट्री की पुष्टि की। केरल, गोवा, कोंकण, मध्य महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भी मॉनसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है।