Edited By Shubham Anand,Updated: 28 Jun, 2025 08:03 PM

भारत ने बांग्लादेश से जूट और उससे जुड़े फाइबर उत्पादों के आयात पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। यह फैसला दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच लिया गया है। सूत्रों की जानकारी के अनुसार, यह प्रतिबंध महाराष्ट्र के न्हावा शेवा बंदरगाह को छोड़कर देश के...
National Desk : भारत ने बांग्लादेश से जूट और उससे जुड़े फाइबर उत्पादों के आयात पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। यह फैसला दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच लिया गया है। सूत्रों की जानकारी के अनुसार, यह प्रतिबंध महाराष्ट्र के न्हावा शेवा बंदरगाह को छोड़कर देश के बाकी सभी जमीनी रास्तों और बंदरगाहों से बांग्लादेश से आने वाले जूट और संबंधित फाइबर उत्पादों पर लागू होगा।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने शुक्रवार को इस संबंध में एक अधिसूचना जारी कर यह प्रतिबंध लगाया है। साफ्टा South Asian Free Trade Area) समझौते के तहत बांग्लादेश से जूट को भारत में बिना शुल्क के आयात की अनुमति है, लेकिन भारतीय जूट उद्योग को बांग्लादेश से सब्सिडी पर आधारित और डंपिंग कीमतों पर आने वाले जूट उत्पादों, खासकर धागा, फाइबर और बैग के कारण गंभीर नुकसान उठाना पड़ रहा है।
डंपिंग-रोधी कदम
सूत्रों के मुताबिक, बांग्लादेशी जूट निर्यात को राज्य सरकार की ओर से सब्सिडी मिल रही है, जिससे उन्हें अनुचित लाभ होता है। इस कारण डंपिंग-रोधी और संबद्ध शुल्क महानिदेशालय (डीजीएडी) ने जांच कर बांग्लादेश से आयातित जूट उत्पादों पर डंपिंग-रोधी शुल्क (एडीडी) लगाया, लेकिन इससे आयात में खास कमी नहीं आई। इसके अलावा, बांग्लादेशी निर्यातक सब्सिडी छूट का दुरुपयोग करते हुए तकनीकी छूट के जरिए डंपिंग-रोधी शुल्क से बचने, गलत लेबलिंग करने, छूट प्राप्त कंपनियों के माध्यम से निर्यात करने और अधिक सब्सिडी पाने के लिए गलत जानकारी देने जैसे उपाय कर रहे हैं।
भारतीय उद्योग को नुकसान
हालांकि साफ्टा (South Asian Free Trade Area) के तहत बांग्लादेश को भारत में जूट उत्पादों की शुल्क मुक्त पहुंच है, भारतीय जूट उद्योग से जुड़े संगठनों का कहना है कि बांग्लादेश से भारी मात्रा में सब्सिडी वाले और सस्ते जूट उत्पाद आयात हो रहे हैं, जिससे भारतीय उद्योग को लंबे समय से नुकसान हो रहा है। इस नुकसान को देखते हुए भारत ने अब आयात पर प्रतिबंध लगाने का कदम उठाया है।