Edited By rajesh kumar,Updated: 30 Mar, 2023 08:21 PM
जम्म कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगस्त 2019 के बाद से लोग केंद्र शासित प्रदेश में बदलाव को महसूस कर रहे हैं।
नेशनल डेस्क: जम्म कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगस्त 2019 के बाद से लोग केंद्र शासित प्रदेश में बदलाव को महसूस कर रहे हैं और कुछ लोगों के अड़चन पैदा करने के बावजूद ‘‘हम अपने लक्ष्य के करीब पहुंच रहे हैं'' ताकि केंद्र शासित प्रदेश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के सपने का हिस्सा बनाया जा सके।
मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने पांच अगस्त, 2019 को संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया था और प्रदेश को दो केंद्र शासित प्रदेशों - जम्मू-कश्मीर और लद्दाख - में विभाजित कर दिया था। सिन्हा ने नेटवर्क 18 द्वारा आयोजित ‘राइजिंग इंडिया समिट' को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘(ऐतिहासिक घटनाक्रम के) तीन साल बाद हम प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में अपने लक्ष्य के करीब पहुंच रहे हैं। कुछ लोग नहीं चाहते कि हम अपने लक्ष्य तक पहुंचें, लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि लोगों के समर्थन से हम वहां पहुंचेंगे।''
उपराज्यपाल ने कहा कि उनका प्रशासन ‘‘देश के साथ जम्मू-कश्मीर के पूर्ण एकीकरण'' और क्षेत्र की शांति, समृद्धि एवं विकास सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर प्रधानमंत्री के उस सपने का हिस्सा बने, जिसे उन्होंने 2047 के भारत के लिए देखा था। हम चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर का योगदान दूसरों से कम न हो।'' उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जमीनी हालात में बदलाव न केवल दिखाई दे रहा है, बल्कि लोग इसे महसूस भी कर रहे हैं।