Edited By Parveen Kumar,Updated: 04 Oct, 2025 08:35 PM

दशहरा की धूमधाम में जहां रावण का पुतला जल रहा है, वहीं तेलंगाना की शराब की दुकानों पर भी रावणों की भीड़ उमड़ पड़ी है। राज्य भर में तीन दिन के दशहरा उत्सव में 700 करोड़ रुपये से ज्यादा की शराब बिक चुकी है, जो पिछले साल के पूरे दशहरा सीजन को पीछे छोड़...
नेशनल डेस्क: दशहरा की धूमधाम में जहां रावण का पुतला जल रहा है, वहीं तेलंगाना की शराब की दुकानों पर भी रावणों की भीड़ उमड़ पड़ी है। राज्य भर में तीन दिन के दशहरा उत्सव में 700 करोड़ रुपये से ज्यादा की शराब बिक चुकी है, जो पिछले साल के पूरे दशहरा सीजन को पीछे छोड़ देता है।
गांधी जयंती का 'ड्राई डे' और बिक्री का धमाल
गांधी जयंती (8 अक्टूबर) का 'ड्राई डे' होने के बावजूद शराब प्रेमियों की कमी नहीं रही। आठ अक्टूबर से पहले दुकानदारों ने स्टॉक की भारी भरकम लिफ्टिंग शुरू की।
- 30 सितंबर: रिकॉर्ड 333 करोड़ रुपये की बिक्री
- पहले के दो दिन: 367 करोड़ रुपये
- कुल तीन दिन: 697.23 करोड़ रुपये
पिछले साल की तुलना में उछाल
2024 के आठ दिनों के दशहरा सीजन में कुल बिक्री 852.38 करोड़ रुपये थी। लेकिन इस बार सिर्फ तीन दिनों में 82% लक्ष्य हासिल हो गया। आबकारी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह उछाल त्योहार की पार्टियों, परिवारिक जमावड़ों और देर रात की गपशप का कमाल है।
राज्य की अर्थव्यवस्था में योगदान
तेलंगाना में शराब से होने वाली कमाई 2014 में 10,000 करोड़ रुपये थी, जो अब 2024-25 में 34,600 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है। दशहरा जैसे त्योहार इस 'लिक्विड गोल्ड' को चमकाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
स्वास्थ्य पर चेतावनी
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि त्योहार की मस्ती के बीच 'केयर' भी जरूरी है, वरना सुबह का सिरदर्द उत्सव की खुशी को फीका कर सकता है।