Edited By Anu Malhotra,Updated: 23 Dec, 2025 11:35 AM

माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने नववर्ष के मौके पर माता के दरबार में बढ़ती भीड़ को ध्यान में रखते हुए यात्रा नियमों में बड़े बदलाव किए हैं। नए नियमों के तहत, श्रद्धालुओं को RFID यात्रा कार्ड मिलने के बाद अधिकतम 10 घंटे के भीतर यात्रा शुरू करनी होगी...
नेशनल डेस्क: माता वैष्णो देवी की यात्रा पर जाने वाले भक्तों के लिए जरूरी सूचना जारी की गई है। नए साल के मौके पर यात्रा और दर्शन के नियम बदल दिए गए हैं। अब श्रद्धालुओं को चढ़ाई और उतराई के दौरान नए निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा, ताकि ट्रैक पर भीड़ नियंत्रित रहे और किसी भी तरह के हादसे से बचा जा सके।
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने यात्रा नियमों में बड़े बदलाव किए हैं। नए नियमों के तहत, श्रद्धालुओं को RFID यात्रा कार्ड मिलने के बाद अधिकतम 10 घंटे के भीतर यात्रा शुरू करनी होगी और दर्शन के बाद 24 घंटे के भीतर कटड़ा बेस कैंप लौटना अनिवार्य होगा। ये नियम तुरंत प्रभाव से लागू हो गए हैं।
बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि नववर्ष के पहले यात्रियों की संख्या में तेज बढ़ोतरी होती है, जिससे ट्रैक पर भीड़, सुरक्षा और आपात स्थितियों से निपटना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। इसीलिए नए दिशानिर्देश बनाए गए।
पहले क्या था नियम:
पहले श्रद्धालु RFID कार्ड मिलने के बाद अपनी सुविधा अनुसार यात्रा शुरू कर सकते थे और दर्शन के बाद लौटने का कोई समय सीमा नहीं थी। कई बार लोग भवन क्षेत्र में दिन-रात ठहर जाते थे, जिससे ट्रैक पर भीड़ और जाम की समस्या बन जाती थी।
RFID कार्ड क्या है?
RFID (Radio Frequency Identification) कार्ड एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जो रेडियो तरंगों के माध्यम से डेटा भेजता है। यात्रा से पहले श्रद्धालु इसे यात्रा भवन से प्राप्त करते हैं। यह कार्ड यात्रियों की संख्या, उनकी लाइव लोकेशन और दर्शन के बाद वापसी पर नजर रखने के लिए महत्वपूर्ण है।
यात्रा और दर्शन में कितना समय लगता है:
कटड़ा से मां वैष्णो देवी भवन तक की यात्रा लगभग 13 किलोमीटर है। पैदल यात्रा में आने-जाने में सामान्यतः 12-24 घंटे लगते हैं। हेलिकॉप्टर से यात्रा 4-6 घंटे में पूरी होती है। दर्शन के लिए लाइन में 2-6 घंटे का समय लग सकता है, भीड़ ज्यादा होने पर यह 48 घंटे तक खिंच सकता है। कुल मिलाकर सामान्य यात्रा 24-36 घंटे में पूरी होती है।
कैसे पहुंचे वैष्णो देवी:
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रेल: जम्मू तवी रेलवे स्टेशन → कटड़ा (50 किमी, 1.5 घंटे)
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हवाई मार्ग: jammu airport (70 किमी) या श्रीनगर एयरपोर्ट (200 किमी)
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सड़क मार्ग: जम्मू/पठानकोट से बस या निजी वाहन
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कटड़ा से भवन: पैदल, बैटरी कार, घोड़ा/पिट्ठू या हेलिकॉप्टर (1500-2000 रुपये)
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ऑनलाइन पंजीकरण श्राइन बोर्ड वेबसाइट पर अनिवार्य है।
नए नियम के फायदे:
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भीड़ नियंत्रण और ट्रैक पर जाम कम होगा।
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आपात स्थिति में रेस्क्यू आसान होगा।
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ठंड और बीमारी का खतरा घटेगा।
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महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए सुरक्षित।
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दर्शन तेज और लाइन कम होगी।
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कटड़ा रेलवे स्टेशन पर पंजीकरण केंद्र रात 12 बजे तक खुलेगा।