Edited By Rohini Oberoi,Updated: 23 Dec, 2025 09:05 AM

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिसंबर का आखिरी हफ्ता न केवल कड़ाके की ठंड लेकर आया है बल्कि हवा को भी जहरीला बना चुका है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार राजधानी के ज्यादातर इलाकों में वायु गुणवत्ता...
नेशनल डेस्क। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिसंबर का आखिरी हफ्ता न केवल कड़ाके की ठंड लेकर आया है बल्कि हवा को भी जहरीला बना चुका है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार राजधानी के ज्यादातर इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 से 500 के बीच यानी 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज किया गया है।

दिल्ली के प्रमुख हॉटस्पॉट्स
प्रदूषण के ताजा आंकड़ों ने चिंता बढ़ा दी है। आनंद विहार जैसे इलाकों में सांस लेना किसी चुनौती से कम नहीं है:
| इलाका |
AQI स्तर |
श्रेणी |
| आनंद विहार |
463 |
गंभीर (Severe) |
| नेहरू नगर / ओखला |
449 |
गंभीर (Severe) |
| मुंडका / जहांगीरपुरी |
447 |
गंभीर (Severe) |
| आर.के. पुरम |
441 |
गंभीर (Severe) |
| लोधी रोड / आईजीआई एयरपोर्ट |
370-380 |
बहुत खराब (Very Poor) |

GRAP-4 लागू, फिर भी क्यों नहीं सुधर रहे हालात?
प्रदूषण को रोकने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का चौथा चरण यानी GRAP-4 लागू है। इसके तहत कई सख्त पाबंदियां लगाई गई हैं:
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निर्माण कार्यों पर रोक: किसी भी तरह के कंस्ट्रक्शन वर्क पर पूरी तरह पाबंदी है।
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ट्रकों की एंट्री बंद: जरूरी सामान वाले ट्रकों को छोड़कर अन्य भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक है।
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वर्क फ्रॉम होम: सरकारी और निजी दफ्तरों को घर से काम करने की सलाह दी गई है।
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स्कूलों में ऑनलाइन क्लास: बच्चों को प्रदूषण से बचाने के लिए स्कूल हाइब्रिड या ऑनलाइन मोड में चल रहे हैं।

सुधार न होने का कारण: विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड बढ़ने के साथ हवा की रफ्तार काफी कम हो गई है। जब हवा नहीं चलती तो धूल और धुएं के कण (Pollutants) वातावरण में नीचे ही जमा हो जाते हैं जिससे 'स्मॉग' की चादर बन जाती है।
क्या आने वाले दिनों में मिलेगी राहत?
वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली (AQEWS) के अनुसार फिलहाल राहत के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं:
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अगले 3 दिन: हवा 'बेहद खराब' (Very Poor) श्रेणी में ही बनी रहेगी।
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अगले 6 दिन: हालात और बिगड़ सकते हैं और AQI 'बेहद खराब' से 'गंभीर' के बीच झूलता रहेगा।
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मौसम का रोल: जब तक तेज हवाएं नहीं चलतीं या बारिश नहीं होती तब तक प्रदूषण से छुटकारा मिलना मुश्किल है।
सावधानी बरतें
CPCB के अनुसार 400 से ऊपर का AQI स्वस्थ लोगों को भी बीमार कर सकता है। ऐसे में मास्क का प्रयोग करें सुबह की सैर (Morning Walk) से बचें और घर के अंदर एयर प्यूरीफायर या इंडोर प्लांट्स का सहारा लें।