Edited By Anil dev,Updated: 23 Mar, 2021 05:10 PM
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को दावा किया कि गृह मंत्री अनिल देशमुख की जांच में कोविड-19 की पुष्टि होने के बाद उनके क्रियाकलाप के बारे में राकांपा अध्यक्ष शरद पवार को सही सूचना नहीं दी गई। फडणवीस ने मुंबई में एक...
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को दावा किया कि गृह मंत्री अनिल देशमुख की जांच में कोविड-19 की पुष्टि होने के बाद उनके क्रियाकलाप के बारे में राकांपा अध्यक्ष शरद पवार को सही सूचना नहीं दी गई। फडणवीस ने मुंबई में एक संवाददाता सम्मेलन में यह भी दावा किया कि राज्य में महा विकास आघाडी सरकार ने राज्य के खुफिया विभाग की एक ठोस रिपोर्ट पर “कार्रवाई” नहीं की जिसमें पुलिस अधिकारियों के तबादले और नियुक्ति में भ्रष्टाचार के संबंध में हुई बातचीत का ऑडियो था। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष फडणवीस ने कहा, “वीआईपी लोगों के आवागमन संबंधी पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक अनिल देशमुख 17 फरवरी को मुंबई में सह्याद्री अतिथि गृह और 24 फरवरी को मंत्रालय गए थे।” उन्होंने कहा, “देशमुख 15 फरवरी से 27 फरवरी के बीच घर पर पृथक-वास में थे लेकिन अधिकारियों से मुलाकात कर रहे थे। मुझे लगता है कि पवार साहब को कल ठीक से इसके बारे में नहीं बताया गया।”
17 फरवरी को गेस्ट हाउस में थे अनिल देशमुख
बीजेपी नेता ने कहा कि पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक अनिल देशमुख 17 फरवरी को सहयाद्री गेस्ट हाउस में थे, 24 फरवरी को वो अपने घर से मंत्रालय पहुंचे थे। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक, अनिल देशमुख 17 फरवरी को सहयाद्री गेस्ट हाउस में थे और 24 फरवरी को वो अपने घर से मंत्रालय पहुंचे थे। बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उनके पास एक चिट्टी है, जिसको लेकर वो दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव से मुलाकात करेंगे। फडणवीस ने कहा कि वो दिल्ली में अपील करेंगे कि ट्रांसफर रैकेट की जांच सीबीआई द्वारा करवाई जाए। आज मैंने होम सेक्रेटरी से मुलाकात का समय मांगा है, मैं पीसी के बाद दिल्ली जाकर मिलूंगा, इस पूरे मामले में उनको जानकारी दूंगा। इसे मैं किसी को भी नहीं दे सकता क्योंकि इसमें कई बड़े अफसरों के नाम आये हैं और भी बहुत सारी क्रिटिकल जानकारी है इसमें।
गृह मंत्री देशमुख के बचाव में फिर आए शरद पवार, कहा- इस्तीफे का सवाल ही नहीं
पवार ने किया था देशमुख का बचाव
इससे पहले शरद पवार ने सोमवार को भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसे महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख का बचाव किया और कहा था कि हमें ऐसा लगता है कि मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह ने ये सारे आरोप उनका तबादलता किए जाने के कारण लगाया है। पवार ने संवाददाताओं को दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि देशमुख कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण छह फरवरी से 15 फरवरी तक नागपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। इसके बाद 16 फरवरी से 27 फरवरी तक वह होम क्वारंटीन में थे, जबकि सिंह ने जो पत्र लिखा था उसमें यह दावा किया गया कि फरवरी मध्य में सचिन वाजे और देशमुख के बीच उनके मुंबई स्थित ज्ञानेश्वर बंगले पर मुलाकात हुई थी। इस दौरान पवार ने भारतीय जनता पार्टी की ओर से देशमुख के इस्तीफे की मांग को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि सिंह ने जो आरोप लगाए हैं, वे गलत साबित हो रहे हैं। जब ेशमुख मुंबई में थे ही नहीं, तो सिंह के आरोपों का कोई मतलब ही नहीं है।