Edited By Anu Malhotra,Updated: 23 Dec, 2025 09:33 AM

अगर आप 60 साल या उससे अधिक उम्र के हैं और अपने निवेश को पूरी तरह सुरक्षित रखते हुए अच्छा रिटर्न चाहते हैं, तो भारत सरकार की वरिष्ठ नागरिक बचत योजना आपके लिए एक आकर्षक विकल्प है। इस योजना की सबसे बड़ी खासियत है कि इसमें सालाना 8.2% का ब्याज मिलता है,...
नेशनल डेस्क: अगर आप 60 साल या उससे अधिक उम्र के हैं और अपने निवेश को पूरी तरह सुरक्षित रखते हुए अच्छा रिटर्न चाहते हैं, तो भारत सरकार की वरिष्ठ नागरिक बचत योजना आपके लिए एक आकर्षक विकल्प है। इस योजना की सबसे बड़ी खासियत है कि इसमें सालाना 8.2% का ब्याज मिलता है, और आपकी जमा राशि पूरी तरह सुरक्षित रहती है।
जमा राशि और अवधि
इस खाते को खोलने के लिए न्यूनतम राशि 1,000 रुपये है और आप इसे 1,000 रुपये के गुणक में 30 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं। खाता खोलने की मूल अवधि 5 साल है, जिसे मैच्योरिटी के बाद अधिकतम 3 साल तक बढ़ाया जा सकता है।
ब्याज दर और भुगतान
ब्याज की गणना तिमाही आधार पर होती है, लेकिन भुगतान सालाना किया जाता है। वर्तमान में 1 अप्रैल 2023 से ब्याज दर 8.20% प्रति वर्ष है। यदि तिमाही ब्याज नहीं लिया जाता, तो उस पर कोई अतिरिक्त ब्याज नहीं मिलता।
उदाहरण के लिए, यदि आप 8,00,000 रुपये एकमुश्त जमा करते हैं, तो 5 साल बाद आपको कुल 3,28,000 रुपये का ब्याज मिलेगा। इस तरह आपकी कुल राशि 11,28,000 रुपये बन जाएगी। आप चाहें तो तिमाही आधार पर भी ब्याज प्राप्त कर सकते हैं, जो हर तिमाही 16,400 रुपये के हिसाब से मिलेगा।
खाता खोलने की शर्तें
इस योजना के तहत खाता व्यक्तिगत रूप से या पति-पत्नी के साथ संयुक्त (जॉइंट) रूप से खोला जा सकता है। ध्यान रहे कि एनआरआई और हिन्दू अविभाजित परिवार (एचयूएफ) इस योजना के तहत पात्र नहीं हैं। पात्रता की शर्तें इस प्रकार हैं:
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60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के व्यक्ति।
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55 से 60 वर्ष की आयु वाले, जो सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
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रक्षा सेवा से सेवानिवृत्त कर्मचारी, जिनकी आयु 50 वर्ष या उससे अधिक है।
अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ
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खाता में एक या एक से अधिक नामांकित (नॉमिनी) रखे जा सकते हैं और आवश्यकता पड़ने पर इसे बदला या रद्द किया जा सकता है।
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जमा राशि केवल खाता खोलने की तारीख से 5 साल बाद वापस ली जा सकती है। यदि खाता बढ़ाया गया है, तो राशि 8 साल के बाद प्राप्त होगी।
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इस योजना में बार-बार निकासी की अनुमति नहीं है, इसलिए यह दीर्घकालिक और सुरक्षित निवेश के लिए आदर्श है।
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संयुक्त खाते में जमा राशि केवल पहले खाताधारक के नाम होगी, जबकि पति-पत्नी अलग-अलग सिंगल अकाउंट और जॉइंट अकाउंट भी खोल सकते हैं।