Edited By Anu Malhotra,Updated: 23 Dec, 2025 11:14 AM

राजस्थान के जयपुर शहर के सरना डूंगर इंडस्ट्रियल एरिया में पुलिस ने एक बड़े नकली घी बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह Youtube से सीखी गई तकनीक का इस्तेमाल कर अवैध रूप से फैक्ट्री चला रहा था। जांच में पता चला कि 120 रुपये प्रति लीटर लागत...
जयपुर: राजस्थान के जयपुर शहर के सरना डूंगर इंडस्ट्रियल एरिया में पुलिस ने एक बड़े नकली घी बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह Youtube से सीखी गई तकनीक का इस्तेमाल कर अवैध रूप से फैक्ट्री चला रहा था। जांच में पता चला कि 120 रुपये प्रति लीटर लागत वाला घी असली बताकर 450 रुपये प्रति किलो बेचा जा रहा था।
DCP (वेस्ट) हनुमान प्रसाद के अनुसार यह फैक्ट्री लगभग एक साल से काम कर रही थी। लगातार मिली शिकायतों और सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की। मौके पर नकली घी, मशहूर ब्रांड की पैकिंग, लेबल और मशीनरी भी बरामद हुई।
पुलिस ने चार कर्मचारियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया और गिरोह के मास्टरमाइंड वीरेंद्र शर्मा को भी पकड़ लिया। पूछताछ में सामने आया कि शर्मा पिछले एक साल से नकली घी का कारोबार चला रहा था।
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि वीरेंद्र शर्मा ने Youtube के जरिए यह तकनीक सीखी और फिर लाखों रुपये की मशीनरी मंगाकर इंडस्ट्रियल एरिया में फैक्ट्री स्थापित की। शुरुआत में यह कारोबार छोटा था, लेकिन मांग और मुनाफे के कारण पूरी फैक्ट्री चालू कर दी गई।
गिरोह नकली घी को नामी ब्रांड की पैकिंग में भरकर थोक बाजार और दुकानों तक पहुंचाता था। इसके लिए अलग से मार्केटिंग और सप्लाई टीम काम करती थी। फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर मध्यप्रदेश से बुलाए गए थे। कुछ पैकिंग का काम करते थे, जबकि कुछ वितरण और सप्लाई संभालते थे।
वीरेंद्र शर्मा की गिरफ्तारी के बाद पता चला कि इस अवैध कारोबार से उसने करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित की। उसने कई वाहन खरीदे और अलग-अलग जगह निवेश किया। पुलिस अब उसके बैंक खातों और प्रॉपर्टी की भी जांच कर रही है।
DCP हनुमान प्रसाद ने कहा कि आगे नकली घी की मार्केटिंग और वितरण नेटवर्क पर भी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही बाजार में मौजूद नकली घी जब्त करने के लिए विशेष टीमें भी बनाई गई हैं। मामले में और गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है।