Edited By Mehak,Updated: 26 Dec, 2025 05:10 PM

जापानी ट्री फ्रॉग (Dryophytes japonicus) के आंत में पाए गए बैक्टीरिया Ewingella americana ने चूहों पर किए गए परीक्षण में कैंसर को पूरी तरह खत्म कर दिया। एक ही डोज में ट्यूमर गायब हो गए और इम्यून सिस्टम भी मजबूत हुआ। यह बैक्टीरिया कम ऑक्सीजन वाले...
नेशनल डेस्क : वैज्ञानिकों ने एक अनोखी खोज की है। जापानी ट्री फ्रॉग (Dryophytes japonicus) नामक मेंढक के आंत में पाए जाने वाले एक बैक्टीरिया ने कैंसर से लड़ने में चूहों पर शानदार परिणाम दिखाए। शोधकर्ताओं के अनुसार, इस बैक्टीरिया ने ट्यूमर को पूरी तरह खत्म कर दिया, वह भी बिना किसी गंभीर साइड इफेक्ट के। यह शोध ‘Gut Microbes’ जर्नल में प्रकाशित हुआ है और कैंसर मरीजों के लिए नई उम्मीद जगा रहा है।
कैसे हुई खोज
मेंढक, छिपकली और अन्य सरीसृप बहुत कम कैंसर से प्रभावित होते हैं। जापान के एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने सोचा कि इनके आंत के बैक्टीरिया में कैंसर रोधी गुण हो सकते हैं। उन्होंने मेंढक, न्यूट और छिपकली से 45 अलग-अलग बैक्टीरिया चुने। इनमें से 9 ने कैंसर पर अच्छा असर दिखाया, और सबसे प्रभावशाली रहा Ewingella americana, जो जापानी मेंढक के आंत में पाया जाता है।
बैक्टीरिया का कमाल
- एक ही डोज देने पर चूहों के ट्यूमर पूरी तरह गायब हो गए।
- 30 दिन बाद नए कैंसर सेल डाले गए, फिर भी अगले एक महीने में ट्यूमर नहीं बने।
- यह बैक्टीरिया दो तरीकों से काम करता है: सीधे ट्यूमर पर हमला करता है और शरीर की इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
- कम ऑक्सीजन वाले ट्यूमर में भी यह प्रभावी साबित हुआ, जहां सामान्य कीमोथेरेपी कम असर करती है।
सुरक्षा और तुलना
- चूहों में यह बैक्टीरिया जल्दी खून से साफ हो गया।
- डॉक्सोरूबिसिन जैसी कीमोथेरेपी दवा से भी ज्यादा प्रभावी।
- लंबे समय तक कोई नुकसान नहीं हुआ, और स्वस्थ अंगों पर असर नहीं पड़ा।
- वैज्ञानिकों ने कहा कि यह बैक्टीरिया भविष्य में क्लिनिकल ट्रायल के लिए सुरक्षित विकल्प हो सकता है।
हालांकि यह खोज अभी सिर्फ चूहों पर हुई है। इंसानों में असर देखने के लिए और परीक्षण जरूरी हैं। वैज्ञानिक अब इसे अन्य प्रकार के कैंसर पर आजमाना चाहते हैं और अन्य दवाओं के साथ मिलाकर इसके प्रभाव को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। सुरक्षा एक बड़ा सवाल है, क्योंकि Ewingella americana इंसानों में संक्रमण भी पैदा कर सकता है।
भविष्य की संभावनाएं
ब्लैडर कैंसर में बैक्टीरिया थेरेपी पहले से उपयोग में है। इस खोज से मेंढक और अन्य जीवों से नई दवाओं की संभावना खुलती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रकृति की जैव विविधता में अब भी कई छिपी हुई दवाएं हैं, जिन्हें बचाना जरूरी है।