Edited By Parveen Kumar,Updated: 09 Jun, 2023 07:01 PM

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सूरीनाम और सर्बिया की छह दिवसीय यात्रा शुक्रवार को संपन्न हो गई जिस दौरान उन्होंने दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के साथ विविध विषयों पर विस्तृत चर्चा की और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने पर जोर दिया।
नेशनल डेस्क: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सूरीनाम और सर्बिया की छह दिवसीय यात्रा शुक्रवार को संपन्न हो गई जिस दौरान उन्होंने दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के साथ विविध विषयों पर विस्तृत चर्चा की और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने पर जोर दिया। राष्ट्रपति मुर्मू रविवार को तीन दिवसीय यात्रा पर सूरीनाम पहुंची थीं। पिछले वर्ष जुलाई में पदभार ग्रहण करने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा थी।
इस दौरान मुर्मू ने सूरीनाम के अपने समकक्ष चंद्रिका प्रसाद संतोखी से मुलाकात की और रक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी एवं क्षमता निर्माण सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को गहरा बनाने के रास्तों पर चर्चा की। सूरीनाम की यात्रा समाप्त करने के बाद राष्ट्रपति मुर्मू बुधवार को राष्ट्रपति एलेक्सांद्र वुसिक के निमंत्रण पर सर्बिया पहुंची थीं। विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, यह यूरोप की उनकी (राष्ट्रपति मुर्मू) पहली यात्रा थी। बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति मुर्मू की इस यात्रा से भारत और सर्बिया के बीच मतबूत संबंधों की पुन: पुष्टि हुई है।
इस यात्रा से दोनों देशों के संबंधों खासकर आर्थिक मोर्चे पर संबंधों को नयी ऊर्जा मिली है। बेलग्रेड में राष्ट्रपति मुर्मू ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और भारतीय समुदाय के लोगों से संवाद किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को कहा था कि भारत तेजी से और अभूतपूर्व परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है और देश दशक के अंत से पहले दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का बेलग्रेड में गर्मजोशी से स्वागत किया गया। यह किसी भारतीय राष्ट्रपति की सर्बिया की पहली यात्रा थी। सर्बिया के राष्ट्रपति ने हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति मुर्मू की अगवानी की। उनके आगमन पर उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया।