Edited By Seema Sharma,Updated: 19 Feb, 2023 04:09 PM
भारत में covid-19 के बाद अंग प्रतिरोपण (organ transplant) के मामलों में भारी वृद्धि देखी गई है। साल 2022 में पहली बार एक साल में 15 हजार से ज्यादा प्रतिरोपण हुए।
नेशनल डेस्क: भारत में covid-19 के बाद अंग प्रतिरोपण (organ transplant) के मामलों में भारी वृद्धि देखी गई है। साल 2022 में पहली बार एक साल में 15 हजार से ज्यादा प्रतिरोपण हुए। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने रविवार को यह जानकारी दी। भूषण ने स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आयोजित “राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रतिरोपण संगठन (NOTTO) वैज्ञानिक संवाद 2023” में कहा कि इसके अलावा प्रतिरोपण के मामलों में 27 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि हुई।
भूषण ने कहा कि कोविड के बाद अंग प्रतिरोपण गतिविधियों में तेज वृद्धि हुई है और पहली बार देश में एक साल (2022) में 15,000 से अधिक प्रतिरोपण हुए। देश के चिकित्सा संस्थानों की क्षमता निर्माण की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए भूषण ने कहा कि 640 से ज्यादा मेडिकल अस्पताल और कॉलेज होने के बावजूद प्रतिरोपण केवल कुछ अस्पतालों तक सीमित एक विशेष सेवा बने हुए हैं। ऐसे संस्थानों की संख्या का विस्तार करने की आवश्यकता है, जहां सर्जरी और प्रतिरोपण किए जाते हैं।