उड़ीसा ट्रेन हादसे में रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा, रेलवे बहाली के काम में जुटा

Edited By Yaspal,Updated: 03 Jun, 2023 04:10 PM

rescue operation completed in odisha train accident

उड़ीसा के बालासोर में ट्रेन हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो चुका है और अब पटरी बिछाने का काम जारी है। पटरी बिछाने के बाद एक बार फिर रूट को आवाजाही के लिए दुरुस्त किया जा रहा है

नेशनल डेस्कः उड़ीसा के बालासोर में ट्रेन हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो चुका है और अब पटरी बिछाने का काम जारी है। पटरी बिछाने के बाद एक बार फिर रूट को आवाजाही के लिए दुरुस्त किया जा रहा है। रेलवे मंत्रालय की ओर से इसकी जानकारी दी गई है। बता दें कि ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार को हुए भीषण ट्रेन हादसे के कारण जमीन में धंस गए डिब्बे को शनिवार को क्रेन और बुलडोजर की मदद से ऊपर लाने की कोशिश की गई। यह आखिरी डिब्बा है, जिस तक बचावकर्ता अभी तक पहुंच नहीं पाए हैं।

ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में मृतक संख्या शनिवार को बढ़कर 288 हो गई और इस हादसे में 900 से अधिक यात्री घायल हुए हैं। ट्रेन का एक डिब्बा एक अन्य ट्रेन के डिब्बे के उसके ऊपर गिरने के कारण धंस गया है और उसे निकाले जाने के बाद मृतक संख्या बढ़ने की आशंका है।

भुवनेश्वर में 1,200 कर्मियों के अलावा 200 एंबुलेंस, 50 बस और 45 सचल स्वास्थ्य इकाइयां दुर्घटनास्थल पर काम कर रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि वायुसेना ने गंभीर रूप से घायल यात्रियों को बाहर निकालने के लिए चिकित्सकीय दलों के साथ दो हेलीकॉप्टर भेजे हैं। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, कोलकाता से करीब 250 किलोमीटर दक्षिण में बालासोर जिले के बाहानगा बाजार स्टेशन के पास शुक्रवार शाम करीब सात बजे हुआ यह हादसा भारतीय रेल इतिहास का अब तक का चौथा सबसे भीषण हादसा है। रेल मंत्रालय ने इस दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं।

शुरूआती जांच में सिग्नल गड़बड़ी सामने आई
रेलवे सुरक्षा आयुक्त नागर विमानन मंत्रालय के अधीन काम करता है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि हादसा किस वजह से हुआ, लेकिन सूत्रों ने संकेत दिया है कि इसका संभावित कारण सिग्नल में गड़बड़ी होना है। रेलवे के एक अधिकारी के मुताबिक, हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे। अधिकारी ने कहा, ‘‘पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए।'' उन्होंने बताया कि चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटना की चपेट में आ गई।

विपक्ष ने ओडिशा ट्रेन हादसे पर शोक जताया और इस दुर्घटना को लेकर सरकार की निंदा की। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के सांसद बिनॉय विश्वम ने इस दुर्घटना को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की। पटरी से उतरे डिब्बों के नीचे से शवों को निकालने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल किया गया। हादसे के बारे में एक यात्री ने कहा, ‘‘दुर्घटना के दृश्य इतने वीभत्स हैं कि उन्हें शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।'' इस दुर्घटना के बाद रेल पटरियां लगभग पूरी तरह से ध्वस्त हो गई हैं और रेलगाड़ियों के कुछ डिब्बे एक-दूसरे पर चढ़े हुए हैं, जबकि कुछ डिब्बे टकराने के कारण पलट गए हैं।

चश्मदीदों ने बताया हाल, मची थी चीख-पुकार
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में ब्रह्मपुर के रहने वाले पीयूष पोद्दार कोरोमंडल एक्सप्रेस से तमिलनाडु जा रहे थे, तभी यह दुर्घटना हुई। उन्होंने कहा, ‘‘हमें झटका लगा और अचानक हमने ट्रेन के डिब्बे को एक तरफ मुड़ते देखा। ट्रेन इतनी तेजी से पटरी से उतरी कि हममें से कई लोग डिब्बे से बाहर गिर गए। हमने अपने चारों तरफ शव पड़े हुए देखे।'' स्थानीय लोग यात्रियों के चीखने की आवाजें सुनकर घटनास्थल की तरफ दौड़े और उन्होंने वहां पटरी से उतरे ट्रेन के डिब्बे देखे, जो ‘‘स्टील के बिखरे हुए ढेर'' की तरह लग रहे थे।

रूपम बनर्जी नाम की एक यात्री ने कहा, ‘‘स्थानीय लोग तुरंत हमारी मदद करने के लिए आए... उन्होंने न केवल लोगों को बाहर निकालने में मदद की, बल्कि हमारा सामान निकाला और हमें पानी पिलाया।'' यात्रियों ने बताया कि ट्रेन का एक डिब्बा एक अन्य ट्रेन के डिब्बे पर चढ़ गया, जिसके कारण वह डिब्बा ‘‘जमीन में धंस गया।'' जमीन में धंसे डिब्बे और उसमें मौजूद शवों को बाहर निकालने के प्रयास जारी हैं।

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य में हुए भीषण ट्रेन हादसे के मद्देनजर शनिवार को एक दिवसीय राजकीय शोक घोषित किया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ओडिशा के बालासोर में शनिवार को उस स्थल का दौरा किया, जहां शुक्रवार को भीषण रेल दुर्घटना हुई थी। वैष्णव ने कहा कि अब मुख्य रूप से राहत एवं बचाव अभियान पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दक्षिण-पूर्वी प्रखंड के रेलवे सुरक्षा आयुक्त ओडिशा में हुए रेल हादसे की जांच करेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेल हादसे पर दुख जताया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।  

पीएम मोदी ने जताया शोक
रेल मंत्री ने मृतकों के परिजनों के लिए 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए दो-दो लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया और प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से मृतकों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये की अतिरिक्त अनुग्रह राशि की घोषणा की। रेल मंत्री वैष्णव, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत कई नेता राहत एवं बचाव कार्य की समीक्षा के लिए शनिवार सुबह दुर्घटनास्थल पहुंचे।

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