waiting ticket confirm: रेलवे का ‘सीक्रेट फॉर्मूला’ लीक! पता चल जाएगा waiting ticket 100% कन्फर्म होगा या नहीं

Edited By Updated: 04 Dec, 2025 02:04 PM

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ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के सामने सबसे बड़ी टेंशन होती है—waiting ticket confirm होगा या नहीं? लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि रेलवे के पास एक ऐसा पैटर्न है, जिसकी मदद से आप लगभग पहले ही अंदाज़ा लगा सकते हैं कि आपका टिकट कन्फर्म होगा या...

नेशनल डेस्क:  ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के सामने सबसे बड़ी टेंशन होती है—waiting ticket confirm होगा या नहीं? लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि रेलवे के पास एक ऐसा पैटर्न है, जिसकी मदद से आप लगभग पहले ही अंदाज़ा लगा सकते हैं कि आपका टिकट कन्फर्म होगा या नहीं। इसे यात्री ‘रेलवे का सीक्रेट कन्फर्मेशन फॉर्मूला’ भी कहते हैं। यह फॉर्मूला बताता है कि हर यात्रा में कितनी सीटें खाली होती हैं, कितने लोग टिकट कैंसिल करते हैं और कितनी वेटिंग आगे बढ़ सकती है। अगर आप इसे समझ लें, तो वेटिंग टिकट भी आपको 100% कन्फर्म जैसा भरोसा दे सकता है।

बता दें कि रेलवे पहले ही कुछ ऐसे नियम और आंकड़े जारी कर चुका है, जिनकी मदद से यह अंदाज़ा लगाना काफी आसान हो जाता है कि आपका वेटिंग टिकट RAC/कन्फर्म में बदलेगा या नहीं।

कितनी वेटिंग तक टिकट जारी होता है?
railway rules कहते हैं कि किसी भी क्लास में कुल सीटों के 25% तक ही वेटिंग टिकट जारी किए जाते हैं।
अगर किसी कोच में 100 सीटें हैं,
→ तो वेटिंग 25 नंबर से आगे नहीं जाएगी।
महिला और दिव्यांग श्रेणी पर यह सीमा लागू नहीं होती।
यह सिस्टम भीड़ को कम नहीं करता, लेकिन टिकट बुकिंग को पहले से ज्यादा पारदर्शी और अनुमानित बना देता है।

रेलवे का कन्फर्मेशन फॉर्मूला: वेटिंग टिकट क्यों आगे बढ़ते हैं?
train ticket confirmation  होगा या नहींइसका अंदाज़ा लगाने में रेलवे के पुराने आंकड़े बड़ी मदद करते हैं। रेलवे के मुताबिक हर यात्रा में काफी संख्या में सीटें अंत में खाली रह जाती हैं, और यही खाली सीटें वेटिंग लिस्ट को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती हैं। रेलवे के औसत डेटा के अनुसार, लगभग हर पाँच में से एक यात्री टिकट बुक करने के बाद उसे कैंसिल कर देता है। इसके अलावा कुछ यात्री टिकट कन्फर्म होने के बावजूद यात्रा नहीं करते, जिससे अतिरिक्त सीटें खाली रह जाती हैं। आपातकालीन (Emergency) कोटा भी हर बार पूरी तरह उपयोग नहीं होता, और बचे हुए हिस्से को सीधे वेटिंग लिस्ट यात्रियों में बांट दिया जाता है। इन सभी वजहों को मिलाकर देखा जाए तो लगभग एक चौथाई सीटें वेटिंग लिस्ट तक पहुँच सकती हैं-यानी वेटिंग टिकटों में अच्छी खासी मूवमेंट की संभावना रहती है।

एक Sleeper coach में कितनी Waiting Confirm हो सकती है?
स्लीपर क्लास में कुल 72 सीटें होती हैं। रेलवे के औसत डेटा के हिसाब से करीब 18 सीटें—यानी लगभग 25%—कैंसिलेशन, कोटा रिलीज और नो-शो यात्रियों की वजह से खाली हो जाती हैं। इसका सीधे-सीधा मतलब है कि स्लीपर कोच में करीब 18 वेटिंग टिकटों के कन्फर्म होने के मजबूत चांस होते हैं।

Coach Type: स्लीपर में चांस बेहतर
AC में मांग ज्यादा, सीटें कम → चांस कम
Booking Time: जितनी देर से बुक करेंगे, उतना कम चांस

Ticket Confirm होने के चांस कैसे बढ़ाएं?
-टिकट पहले से बुक करें
-भीड़ वाले रूट की जगह दूसरा विकल्प चुनें
-यात्रा की तारीख फ्लेक्सिबल हो तो दूसरे दिनों की बुकिंग जांचें
-वेटिंग स्टेटस लगातार ट्रैक करते रहें
 

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