बार-बार माफी मांगने वाले जस्टिन ट्रूडो क्या भारत पर लगाए गए आरोपों के मामले में भी स्वीकार करेंगे गलती

Edited By Parveen Kumar,Updated: 21 Sep, 2023 10:40 PM

will accept mistake even in the matter of allegations against india

कनाडा की संसद में खड़े होकर आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत पर गंभीर आरोप लगाने वाले कैनेडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो क्या एक बार फिर माफी मांग लेंगे।

नेशनल डेस्क: कनाडा की संसद में खड़े होकर आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत पर गंभीर आरोप लगाने वाले कैनेडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो क्या एक बार फिर माफी मांग लेंगे। कैनेडा में यह सवाल चर्चा का विषय बना हुआ है। ऐसा इसलिए है क्योंकि कैनेडा में जस्टिन ट्रूडो 'माफी ब्वाय' के नाम से जाने जाते हैं। मई 2016 में जस्टिन ट्रूडो ने 24 घंटे के भीतर पांच बार माफी मांगी थी। उस समय उनकी यह माफी कैनेडा की राष्ट्रीय मीडिया में सुर्खियों में रही थी। हालांकि जस्टिन ट्रूडो ने अधिकतर माफियां कैनेडा की सरकार द्वारा अतीत में की गई गलतियों के लिए मांगी है, लेकिन निजी तौर पर भी वह बार-बार गलती करते रहे हैं और माफियां भी मांगते रहे हैं।

ट्रूडो द्वारा लगातार मांगी जा रही माफियों पर कैनेडा की अखबार नैशनल पोस्ट ने उनके ऊपर टिप्पणी की थी, जिसमें लिखा था ''प्लीज स्टॉप अपोलोजाइजिंग जस्टिन ट्रूडो''। आइए जानते हैं कि ट्रूडो ने कब-कब माफी मांगी। 2007 में रॉयल कैनेडियन माऊंट पुलिस ने एक संदिग्ध आतंकी के संबंध में दस्तावेज लीक किए जाने के आरोप में पत्रकार की 9 दिन तक जांच की, लेकिन उस पत्रकार का कोई भूमिका सामने नहीं आई। जस्टिन ट्रूडो ने इस मामले में पत्रकार से माफी मांगी थी।

19 मई 2016 को जस्टिन ट्रूडो ने संसद में किए गए व्यवहार के प्रति माफी मांगी और अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि 15 मई को संसद की कार्रवाई के दौरान उन्होंने जो बाधा डाली, उसके लिए वह क्षमा चाहते हैं, उनका व्यवहार सही नहीं था, मैं अपने साथी सांसदों के साथ-साथ सदन के स्पीकर से भी अपने व्यवहार के लिए माफी चाहता हूं। संसदीय मामलों की कमेटी इस मामले की जांच करेगी और जांच की रिपोर्ट में जो भी फैसला होगा, मैं उसके लिए तैयार हूं।

सदन के सदस्य एक-दूसर से बेहतर व्यवहार की अपेक्षा करते हैं और मैं उम्मीद करता हूं कि मेरा व्यवहार पहले से बेहतर होगा। 30 सितम्बर 2021 को कैनेडा के मूल निवासियों ने जस्टिन ट्रूडो को एक समारोह के लिए निमंत्रण भेजा था। यह समारोह मूल निवासियों के खिलाफ हुए अत्याचारों के पीड़ितों की याद में करवाया गया था। लेकिन जस्टिन ट्रूडो ने इस निमंत्रण पत्र को नजरअंदाज कर दिया था। अपने इस कृत्य के लिए उन्होंने ब्रिटिश कोलंबिया में मूल निवासियों के स्कूल में जाकर माफी मांगी थी।

दरअसल जस्टिन ट्रूडो इस समारोह में भाग लेने की बजाय परिवार के साथ छुट्टियां मनाने चले गए थे। सितम्बर 2019 में जस्टिन ट्रूडो ने फेस मास्क पहनने पर माफी मांगी थी। दरअसल उन्होंने 2001 में बैंकूवर में स्कूल की डिनर पार्टी पार्टी के दौरान ब्राऊन फेस मास्क पहना था और ट्रूडो की इस हरकत को अश्वेत लोगों के खिलाफ रंगभेद के तौर पर देखा गया था। जस्टिन ट्रूडो ने 20 साल बाद अपनी इस हरकत के लिए माफी मांगी और कहा कि मेरी इस हरकत से बहुत सारे लोगों का दिल दुखा है और वह उसके लिए माफी चाहते हैं।

1914 में कैनेडा की सरकार ने कामागाटामारू जहाज को कैनेडा में प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी थी, इनमें 376 भारतीय थे, जिनमें से 20 भारतीय पहले कैनेडा में रह चुके थे। उन्हें कैनेडा में प्रवेश करने की इजाजत दी गई। शेष भारतीयों को वापस भेजा गया, इनमें से 19 सिखों को ब्रिटिश लोगों ने मार दिया। जबकि कईयों को जेल में डाल दिया गया था। ट्रूडो ने संसद में खड़े होकर इस मामले पर माफी मांगी थी।

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