Edited By Mehak,Updated: 30 Dec, 2025 03:24 PM

मंगलवार को एमसीएक्स पर चांदी की कीमतों में जोरदार तेजी देखने को मिली। चांदी ने पिछले बंद भाव 2,24,429 रुपये प्रति किलो के मुकाबले मजबूती के साथ 2,31,100 रुपये पर कारोबार शुरू किया। इसके बाद बाजार में तेजी बनी रही और कीमतों में करीब 12,500 रुपये का...
नेशनल डेस्क : साल 2025 में चांदी ने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न देकर सबको चौंका दिया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी ने साल 2011 के बाद पहली बार 50 डॉलर प्रति औंस का स्तर पार किया है। इसका सीधा असर घरेलू बाजार पर भी देखने को मिला और कीमतों को मजबूत सहारा मिला। इस साल अब तक चांदी में शानदार तेजी देखने को मिली है, जिससे निवेशकों की दिलचस्पी दोबारा बढ़ी है। हालांकि हाल ही में कीमतों में थोड़ी गिरावट भी दर्ज की गई है। निवेशकों के मन में अब ये सवाल उठ रहा है कि क्या चांदी 3 लाख के पार जाएगी या नहीं? चलिए जानते हैं विशेषज्ञ की राय।
रिकॉर्ड हाई के बाद आई गिरावट
सोमवार को चांदी की कीमतों में हल्की नरमी देखने को मिली। Multi Commodity Exchange (MCX) के आंकड़ों के मुताबिक, चांदी अपने रिकॉर्ड हाई से करीब 8.28 फीसदी तक टूट चुकी है। महज कुछ घंटों में कीमतों में 21 हजार रुपये से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। सुबह करीब 9 बजकर 2 मिनट पर चांदी की कीमत 2,54,174 रुपये प्रति किलो के साथ अपने अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई थी। जानकारों का कहना है कि इतनी तेज बढ़त के बाद करेक्शन आना सामान्य प्रक्रिया है। मुनाफावसूली और वैश्विक स्तर पर कुछ अनिश्चितताओं के चलते कीमतों में यह गिरावट देखी गई है, लेकिन इससे लंबी अवधि के ट्रेंड पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ा है।
आज का रेट (30 दिसंबर 2025)
मंगलवार को MCX पर चांदी के दाम मजबूती के साथ खुले। पिछले सत्र में 2,24,429 रुपये प्रति किलो के भाव पर बंद हुई चांदी इस बार 2,31,100 रुपये से कारोबार की शुरुआत करती दिखी। इसके बाद कीमतों में तेज उछाल आया और चांदी करीब 12,500 रुपये की बढ़त के साथ 2,36,907 रुपये प्रति किलो के स्तर तक पहुंच गई।
आगे भी जारी रह सकती है तेजी
कमोडिटी बाजार विशेषज्ञ का मानना है कि चांदी की मौजूदा रैली अभी खत्म नहीं हुई है। उनके अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में 50 डॉलर प्रति औंस के ऊपर टिके रहना चांदी के लिए एक मजबूत संकेत है। शॉर्ट टर्म में चांदी 75 डॉलर प्रति औंस तक जा सकती है। लंबी अवधि को लेकर उनका अनुमान और भी सकारात्मक है। उनका कहना है कि अगले दो वर्षों में चांदी 100 डॉलर प्रति औंस का स्तर भी छू सकती है, हालांकि इस दौरान बीच-बीच में करेक्शन आते रहेंगे।
भारत में 3 से 4 लाख रुपये तक पहुंच सकती है चांदी
घरेलू बाजार को लेकर भी अनुमान काफी मजबूत हैं। विशेषज्ञ के मुताबिक, भारत में चांदी लंबी अवधि में 3 से 4 लाख रुपये प्रति किलो तक जा सकती है। उनका मानना है कि साल 2026 तक चांदी 3 लाख रुपये प्रति किलो का आंकड़ा पार कर सकती है, बशर्ते निवेशक धैर्य रखें और लॉन्ग टर्म नजरिए से निवेश करें।
निवेशकों के लिए सलाह
विशेषज्ञों का कहना है कि जब किसी कमोडिटी में तेज तेजी आती है, तो उसके विकल्पों की तलाश शुरू हो जाती है। ऐसे में निवेशकों को एक साथ बड़ी रकम लगाने से बचना चाहिए। बेहतर होगा कि स्टेप-बाय-स्टेप निवेश करें और जोखिम को समझते हुए फैसला लें।