Edited By Shubham Anand,Updated: 31 Dec, 2025 05:31 PM

आजकल क्रेडिट कार्ड का उपयोग रिवॉर्ड पॉइंट्स और कैशबैक के लिए आम है, लेकिन गलत तरीके से किया गया खर्च आपको आयकर विभाग के रडार पर ला सकता है। इनकम टैक्स विभाग डेटा एनालिटिक्स के जरिए आय से अधिक खर्च, दूसरों के बिलों का भुगतान और संदिग्ध किराया...
नेशनल डेस्क : आजकल क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल रिवॉर्ड पॉइंट्स, कैशबैक और ऑफर्स के लिए बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। सही तरीके से उपयोग किए जाने पर यह फायदे का सौदा साबित होता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा या गलत तरीके से खर्च किए गए कार्ड खर्च कभी-कभी टैक्स की परेशानी में बदल सकते हैं। इनकम टैक्स विभाग ने इस तरह के मामलों पर कड़ी निगरानी शुरू कर दी है।
बनावटी खर्च और जोखिम
कुछ लोग रिवॉर्ड पॉइंट्स कमाने के लिए अपने दोस्तों या रिश्तेदारों के खर्च अपने क्रेडिट कार्ड से करते हैं और बाद में उनसे पैसे वापस ले लेते हैं। इसके अलावा, किराया, वॉलेट लोड या पेमेंट ऐप के जरिए पैसा आगे-पीछे घुमाना भी आम है। बाहरी नजर में यह खर्च दिखाई देता है, लेकिन असल में यह कोई वास्तविक खर्च नहीं होता। टैक्स विभाग ऐसे ट्रांजैक्शन को ‘बनावटी खर्च’ मान सकता है और जांच का कारण बना सकता है।
इनकम से ज्यादा खर्च पर रेड फ्लैग
अगर किसी की इनकम टैक्स रिटर्न में सीमित आय दिखाई गई है, लेकिन क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में महंगे ट्रैवल, शॉपिंग या लग्जरी खर्च नजर आते हैं, तो यह सिस्टम में तुरंत अलर्ट पैदा कर सकता है। इनकम टैक्स विभाग डेटा एनालिटिक्स के जरिए ऐसे मामलों की पहचान करता है और कार्डधारक से खर्च का सोर्स पूछ सकता है।
दोस्तों को कार्ड देना भी जोखिम भरा
कई लोग अपने क्रेडिट कार्ड दोस्तों या परिवार को इस्तेमाल करने के लिए देते हैं और बदले में कैश या UPI से पैसा लेते हैं। अगर इसका साफ रिकॉर्ड नहीं रखा गया है और खर्च आपकी आय से मेल नहीं खाता, तो टैक्स अधिकारी पूरे खर्च को आपकी व्यक्तिगत आय मान सकते हैं या इसे बिना वजह का पैसा घोषित कर सकते हैं।
किराया और HRA छूट से जुड़ी जटिलताएं
कुछ सैलरीड लोग HRA छूट लेने के लिए क्रेडिट कार्ड से किराया भरते हैं, खासकर माता-पिता या रिश्तेदारों को। अगर असली किराएदारी का संबंध स्पष्ट नहीं है या मकान मालिक ने अपने रिटर्न में वह किराया नहीं दिखाया है, तो टैक्स विभाग HRA छूट को रद्द कर सकता है। किराए के नाम पर पैसा वापस लेना भी शक के घेरे में आ सकता है।
बिज़नेस और पर्सनल कार्ड का मेल
अगर आप अपने पर्सनल क्रेडिट कार्ड से कंपनी या बिज़नेस खर्च भरते हैं और बाद में रीइंबर्समेंट लेते हैं, तो हर खर्च का सही बिल और रिकॉर्ड होना जरूरी है। खासकर जब रिवॉर्ड पॉइंट्स या कैशबैक बड़ा हो, तो टैक्स विभाग इसे अतिरिक्त इनकम मान सकता है।
रिवॉर्ड पॉइंट्स पर टैक्स
आमतौर पर रिवॉर्ड पॉइंट्स पर तब तक टैक्स नहीं लगता जब तक उन्हें केवल डिस्काउंट के रूप में इस्तेमाल किया जाए। लेकिन अगर इन्हें कैशबैक या पैसे में बदला जाता है और साल भर में इसकी वैल्यू निर्धारित सीमा से ऊपर जाती है, तो इसे इनकम मानकर टैक्स लगाया जा सकता है।
टैक्स नोटिस से बचने के उपाय
सबसे जरूरी है कि आपका क्रेडिट कार्ड खर्च आपकी बताई गई इनकम के अनुरूप हो। हर ट्रांजैक्शन का सोर्स स्पष्ट और डॉक्यूमेंटेड होना चाहिए। रसीदें, इनवॉइस, बैंक स्टेटमेंट और रीइंबर्समेंट रिकॉर्ड संभालकर रखें। बिना जरूरत दूसरों के खर्च अपने कार्ड से न करें।