Edited By jyoti choudhary,Updated: 29 Jul, 2025 11:41 AM

इस साल 2025 में सोने की कीमतों ने रिकॉर्ड स्तर छुआ हैं। MCX पर गोल्ड रेट्स में जनवरी से जुलाई तक करीब 27% का रिटर्न मिला है, जबकि अप्रैल से अब तक इसमें 33% की तेजी देखी गई है। इसके बावजूद, बाजार विशेषज्ञ फिलहाल निवेशकों को सोने में अगले 5 महीने तक...
बिजनेस डेस्कः इस साल 2025 में सोने की कीमतों ने रिकॉर्ड स्तर छुआ हैं। MCX पर गोल्ड रेट्स में जनवरी से जुलाई तक करीब 27% का रिटर्न मिला है, जबकि अप्रैल से अब तक इसमें 33% की तेजी देखी गई है। इसके बावजूद, बाजार विशेषज्ञ फिलहाल निवेशकों को सोने में अगले 5 महीने तक नए निवेश से बचने की सलाह दे रहे हैं।
क्यों दी जा रही है निवेश से बचने की सलाह?
विशेषज्ञों का मानना है कि फिलहाल जो तेजी देखने को मिल रही है वह लंबी अवधि तक खिंच चुकी है और अब इसमें अल्पकालिक ठहराव या गिरावट संभव है यानी कीमतें एक बार फिर नई ऊंचाई छूने से पहले थोड़ा ठहर सकती हैं या गिर सकती हैं, जो मौजूदा समय में निवेश को जोखिमभरा बना सकता है।
तेजी की वजहें क्या रहीं?
विश्लेषकों ने सोने की कीमतों में आई तेजी के पीछे ये मुख्य कारण गिनाए हैं:
- सेंट्रल बैंकों की खरीदारी में इजाफा, खासकर उभरती अर्थव्यवस्थाओं में
- वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव
- डॉलर इंडेक्स में कमजोरी और US Fed से ब्याज दर में कटौती की उम्मीद
- गोल्ड ETF में निवेश में तेजी और भारत-चीन में रिटेल डिमांड में इजाफा
अब निवेश कहां करें?
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के मानव मोदी के मुताबिक, अल्पकाल में गोल्ड में गिरावट की संभावना है, हालांकि यह लंबी अवधि के निवेश के लिए एक मौका हो सकता है। शॉर्ट टर्म निवेशकों के लिए सलाह दी गई है कि वे गोल्ड के बजाय चांदी में निवेश पर विचार करें।
आने वाले 6 महीनों का आउटलुक
US फेड की ब्याज दरों पर संभावित बदलाव और वैश्विक जोखिम की स्थिति को देखते हुए, एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगले छह महीने गोल्ड के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। ऐसे में फिलहाल सतर्क रहना और बाजार की चाल पर नजर बनाए रखना जरूरी होगा।