Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Oct, 2025 10:29 AM

भारत के शेयर बाजार इस वर्ष दशकों पुरानी परंपरा में बदलाव करते हुए दिवाली के शुभ अवसर पर होने वाली मुहूर्त ट्रेडिंग को पहली बार दोपहर के स्लॉट में आयोजित कर रहे हैं। यह बदलाव नए हिंदू वित्त वर्ष संवत 2082 की शुरुआत का प्रतीक होगा।
बिजनेस डेस्कः भारत के शेयर बाजार इस वर्ष दशकों पुरानी परंपरा में बदलाव करते हुए दिवाली के शुभ अवसर पर होने वाली मुहूर्त ट्रेडिंग को पहली बार दोपहर के स्लॉट में आयोजित कर रहे हैं। यह बदलाव नए हिंदू वित्त वर्ष संवत 2082 की शुरुआत का प्रतीक होगा।
अब तक यह ट्रेडिंग परंपरागत रूप से शाम के समय होती आई है लेकिन इस बार (मंगलवार, 21 अक्टूबर 2025) इसे दोपहर में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।
मुहूर्त ट्रेडिंग का नया समय
- प्री-ओपन सत्र: दोपहर 1:30 बजे से 1:45 बजे तक
- मुख्य ट्रेडिंग सत्र: दोपहर 1:45 बजे से 2:45 बजे तक
- समापन सत्र: दोपहर 2:55 बजे से 3:05 बजे तक
- ट्रेड संशोधन की अंतिम समय सीमा: दोपहर 3:15 बजे तक
इससे पहले, ब्लॉक डील और कॉल ऑक्शन जैसी गतिविधियाँ दोपहर लगभग 1:15 बजे शुरू होंगी।
नियमित बाजार कारोबार दिवाली के दिन स्थगित रहेगा।
पारंपरिक और सांस्कृतिक महत्व
मुहूर्त ट्रेडिंग को हमेशा एक शुभ अवसर माना गया है — यह आस्था और वित्त का संगम है। इस दौरान व्यवसायी परिवार नए संवत की शुरुआत चोपड़ा पूजन (बहीखाता पूजन) से करते हैं, ताकि पूरे वर्ष के लिए समृद्धि और शुभ लाभ प्राप्त हो।
इस साल की ट्रेडिंग रणनीति
तकनीकी संकेतक बताते हैं कि इस वर्ष बाजार में तेजी का रुझान देखने को मिल सकता है।
निफ्टी50 का 14-दिनों का RSI (Relative Strength Index) वर्तमान में 71.8 के मजबूत स्तर पर है।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स का कहना है कि ऐतिहासिक रूप से जब मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन RSI 55 से ऊपर रहा है, तब अगले सप्ताह निफ्टी औसतन 1.5% और अगले महीने करीब 4% तक बढ़ा है।
यदि यही पैटर्न इस वर्ष दोहराया गया, तो निफ्टी50 25,900 के स्तर तक पहुंच सकता है, हालांकि बाद में थोड़ी अस्थिरता भी लौट सकती है।