Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Oct, 2025 11:15 AM

भारत के कुल विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) में सोने का हिस्सा सितंबर 2025 में बढ़कर 13.6% हो गया है, जो 2022 के मुकाबले दोगुना है। यह बढ़ोतरी वैश्विक स्तर पर सोने की रिकॉर्ड कीमतों और भूराजनैतिक अनिश्चितताओं के कारण हुई है। विशेषज्ञों के...
बिजनेस डेस्कः भारत के कुल विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) में सोने का हिस्सा सितंबर 2025 में बढ़कर 13.6% हो गया है, जो 2022 के मुकाबले दोगुना है। यह बढ़ोतरी वैश्विक स्तर पर सोने की रिकॉर्ड कीमतों और भूराजनैतिक अनिश्चितताओं के कारण हुई है। विशेषज्ञों के अनुसार, सोना एक सुरक्षित निवेश (Safe Haven) माना जाता है और अनिश्चित समय में यह मूल्य बनाए रखने का भरोसेमंद साधन बनता है।
वहीं, विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (Foreign Currency Assets) का हिस्सा घटकर 83.1% पर आ गया है, जो अब तक का सबसे निचला स्तर है। पहले यह 89.9% था।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भारत का कुल विदेशी मुद्रा भंडार अक्टूबर 17 को खत्म हुए सप्ताह में बढ़कर 702 अरब डॉलर पर पहुंच गया। अगस्त में यह घटकर 694 अरब डॉलर रह गया था।
गौरतलब है कि सितंबर 2024 में भारत का फॉरेक्स रिज़र्व 705 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर था।