Edited By jyoti choudhary,Updated: 11 Dec, 2025 03:01 PM

कोटक सिक्योरिटीज की नई रिपोर्ट ने सोने की कीमतों को लेकर बड़ा अनुमान जारी किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड 2026 तक 5,000 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच सकता है। वहीं भारत में इसकी कीमत 1.5 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम...
बिजनेस डेस्कः कोटक सिक्योरिटीज की नई रिपोर्ट ने सोने की कीमतों को लेकर बड़ा अनुमान जारी किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड 2026 तक 5,000 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच सकता है। वहीं भारत में इसकी कीमत 1.5 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम होने की संभावना जताई गई है। 2025 में तेज रैली के बावजूद सोने के लिए वैश्विक माहौल अभी भी अनुकूल बना हुआ है।
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में कमजोर होते श्रम बाजार, धीमी आर्थिक वृद्धि और बढ़ते फिस्कल डेफिसिट के बीच फेडरल रिजर्व अगले साल भी ब्याज दरों में कटौती जारी रख सकता है। कम ब्याज दरें गोल्ड जैसे नॉन-यील्डिंग एसेट को और आकर्षक बनाती हैं और इसका सीधा असर भारत सहित अन्य देशों के सेंट्रल बैंकों की खरीद पर भी पड़ेगा।
रिपोर्ट यह भी बताती है कि अमेरिकी डॉलर की वैल्यू में गिरावट का जोखिम बढ़ रहा है, जिसके चलते दुनिया भर के सेंट्रल बैंक अपनी होल्डिंग में सोने का हिस्सा बढ़ा रहे हैं। उभरते बाजार भी यही रणनीति अपना रहे हैं, जिससे गोल्ड की कीमतों में तेजी का अनुमान और मजबूत होता है।
जियोपॉलिटिकल तनाव, युद्ध की स्थितियों और आर्थिक अनिश्चितता ने गोल्ड को सबसे भरोसेमंद सेफ-हेवन एसेट के रूप में स्थापित किया है। 2025 में सोना 50 से ज्यादा बार ऑल-टाइम हाई पर पहुंचा और 4,380 डॉलर प्रति औंस का स्तर छू गया। रिपोर्ट का कहना है कि इस तेज रैली के बाद भी लंबी अवधि का ट्रेंड मजबूत बना हुआ है।
भारत में भी सोना साल भर में 60 प्रतिशत से अधिक चढ़ चुका है और 1,32,000 रुपए प्रति 10 ग्राम का रिकॉर्ड बना चुका है। रुपया कमजोर होने के कारण घरेलू बाजार में बढ़त अंतरराष्ट्रीय बाजार से भी ज्यादा तेज रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह मोमेंटम 2026 में भी जारी रह सकता है।
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि 2025 की रैली के बाद थोड़ी स्थिरता आ सकती है लेकिन ब्याज दरों में कटौती, डॉलर की कमजोरी और जियोपॉलिटिकल अनिश्चितता जैसे बड़े फैक्टर्स 2026 में सोने के भाव को और ऊपर ले जा सकते हैं। कोटक सिक्योरिटीज का कहना है कि गोल्ड अब लंबे समय के लिए ‘हायर-फॉर-लॉन्गर’ जोन में प्रवेश कर चुका है।