Edited By jyoti choudhary,Updated: 08 Sep, 2020 06:20 PM
केंद्र सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार के.वी सुब्रमण्यम के मुताबिक सरकार त्योहारी सीजन यानी अगले महीने तक इन्फ्रा, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स जैसे सेक्टर को एक मिनी राहत पैकेज दिया जा सकता है। यह पैकेज छोटा होगा लेकिन बूस्टर डोज जैसा होगा।
नई दिल्लीः केंद्र सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार के.वी सुब्रमण्यम के मुताबिक सरकार त्योहारी सीजन यानी अगले महीने तक इन्फ्रा, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स जैसे सेक्टर को एक मिनी राहत पैकेज दिया जा सकता है। यह पैकेज छोटा होगा लेकिन बूस्टर डोज जैसा होगा। बिजनेस टुडे को दिए एक इंटरव्यू में सुब्रमण्यम ने बताया कि अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए त्योहारी सीजन तक कुछ शार्ट टर्म वाले उपाय किए जा सकते हैं।
बता दें कि देश के सकल घरेलू उत्पाद में जून तिमाही में करीब 24 फीसदी की गिरावट आई है। इसके मद्देनजर इस बात की मांग बढ़ी है कि अर्थव्यवस्था के लिए दूसरा राहत पैकेज आना चाहिए। सरकार एक दूसरे बड़े राहत पैकेज ला सकती है लेकिन यह शायद तब तक न हो, जब तक बाजार में कोरोना का टीका नहीं आ जाता। उसके पहले त्योहारी सीजन तक एक छोटे कैप्सूल जैसे डोज यानी मिनी राहत पैकेज की उम्मीद की जा सकती है।
सुब्रमण्यम के मुताबिक जिन सेक्टर को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है उनमें खपत बढ़ाने पर फोकस किया जा सकता है। ये ऐसे सेक्टर होंगे जहां उपभोग करने की तरफ झुकाव ज्यादा होता है। उदाहरण के लिए बुनियादी ढांचा, निर्माण, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स आदि। सुबमण्यम ने कहा कि ये उपाय छोटे जरूर हो सकते हैं, लेकिन उनका 'स्टरॉयड' जैसा असर होगा।
सुब्रमण्यम ने बताया कि करीब 103 लाख करोड़ रुपए की परियोजनाओं को मंजूरी दी जा चुकी है। जोर इस बात पर है कि उन प्रोजेक्ट्स को पूरा किया जाए जिनका आंशिक काम पूरा हो गया है। इससे निर्माण गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। इससे गुणवत्तापूर्ण खर्च को भी बढ़ावा मिलता है।