Edited By jyoti choudhary,Updated: 11 Sep, 2025 03:36 PM

बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) ने अनुमान लगाया है कि हाल ही में लागू हुई GST दरों में कटौती से वित्त वर्ष 2026 में खपत में लगभग 1 लाख करोड़ रुपए का इजाफा होगा। 10 सितंबर को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, 22 सितंबर से प्रभावी यह सुधार नीति देश की GDP में 0.2-0.3% तक...
नई दिल्लीः बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) ने अनुमान लगाया है कि हाल ही में लागू हुई GST दरों में कटौती से वित्त वर्ष 2026 में खपत में लगभग 1 लाख करोड़ रुपए का इजाफा होगा। 10 सितंबर को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, 22 सितंबर से प्रभावी यह सुधार नीति देश की GDP में 0.2-0.3% तक का योगदान दे सकती है।
BoB के विश्लेषण के अनुसार, आवश्यक वस्तुओं पर टैक्स घटने से उपभोक्ताओं की बचत बढ़ेगी और विभिन्न क्षेत्रों में मांग में तेजी आएगी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि इससे मुद्रास्फीति पर लगभग 40 बेसिस पॉइंट (bps) का असर पड़ेगा, जबकि SBI Research ने 65-75 bps की राहत का अनुमान जताया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा घोषित इस बड़े GST सुधार का उद्देश्य टैक्स स्लैब को सरल बनाना और रोजमर्रा की चीजों को सस्ता करना है। अब GST दरें 5% और 18% पर मानकीकृत की गई हैं, जबकि पहले 0%, 5%, 12%, 18% और 28% स्लैब लागू थे।
FMCG और ऑटोमोबाइल सेक्टर को इससे सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। महिंद्रा ने पहले ही अपने कुछ मॉडलों के दामों में 1.56 लाख रुपए तक की कटौती की है।
हालांकि, कुछ रिपोर्टों में FY26 में 3,700 करोड़ रुपए तक के राजस्व घाटे की आशंका जताई गई है, लेकिन सरकार का मानना है कि बढ़ती आर्थिक गतिविधि इसे संतुलित कर देगी। अगस्त 2025 में GST संग्रह 6.5% बढ़कर 1.86 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है।