Edited By jyoti choudhary,Updated: 01 Jul, 2020 02:45 PM
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मुताबिक देश के विदेशी मुद्रा भंडार में वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान 64.9 अरब डॉलर की बढोतरी हुई, जबकि इसमें वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान 11.7 अरब डॉलर की कमी हुई थी।
नई दिल्लीः भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मुताबिक देश के विदेशी मुद्रा भंडार में वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान 64.9 अरब डॉलर की बढोतरी हुई, जबकि इसमें वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान 11.7 अरब डॉलर की कमी हुई थी।
भारतीय रिजर्व बैंक ने एक विज्ञप्ति में कहा कि भंडार में हुई इस वृद्धि में मूल्यांकन प्रभाव समायोजित हैं। विज्ञप्ति में कहा गया कि भुगतान संतुलन के आधार पर (मूल्यांकन प्रभाव को छोड़कर) विदेशी मुद्रा भंडार में वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान 59.5 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई, जबकि वित्त वर्ष 2018-19 में इसमें 3.3 अरब डॉलर की गिरावट हुई थी।
चौथी तिमाही में बढ़ा आवास मूल्य सूचकांक
इसके अतिरिक्त रिजर्व बैंक ने जानकारी दी कि बीते वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में आवास मूल्य सूचकांक एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 3.9 प्रतिशत बढ़ा। हालांकि, इससे पिछली तिमाही की तुलना में इसमें 0.2 प्रतिशत की गिरावट आई।
10 शहरों के आंकड़ों पर आधारित है सूचकांक
रिजर्व बैंक ने 2019-20 की चौथी तिमाही के लिए अपना तिमाही आवास मूल्य सूचकांक (एचपीआई) जारी किया है। एचपीआई की गणना 2010-11 के आधार वर्ष पर होती है। यह सूचकांक 10 प्रमुख शहरों अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, जयपुर, कानपुर, कोच्चि, कोलकाता, लखनऊ और मुंबई के आवास पंजीकरण प्राधिकरणों से मिले लेनदेन स्तर के आंकड़ों पर आधारित है।
बयान में कहा गया है कि अखिल भारतीय एचपीआई तिमाही दर तिमाही आधार पर 0.2 प्रतिशत घट गया। इसकी मुख्य वजह दिल्ली, बंगलूरू, अहमदाबाद और जयपुर में घरों की कीमतों में गिरावट है। तिमाही आधार पर मुंबई में घरों के दाम सबसे अधिक बढ़े। हालांकि, सालाना आधार पर अखिल भारतीय एचपीआई चौथी तिमाही में 3.9 प्रतिशत बढ़ गया।