Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Aug, 2025 11:46 AM

बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर अगले कुछ सालों में नौकरी चाहने वालों के लिए बड़े अवसर लेकर आने वाला है। एडेको इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में यह सेक्टर 8.7% और 2030 तक करीब 10% की रफ्तार से बढ़ेगा। इससे लगभग 2.5 लाख स्थायी...
बिजनेस डेस्कः बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर अगले कुछ सालों में नौकरी चाहने वालों के लिए बड़े अवसर लेकर आने वाला है। एडेको इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में यह सेक्टर 8.7% और 2030 तक करीब 10% की रफ्तार से बढ़ेगा। इससे लगभग 2.5 लाख स्थायी नौकरियां बनने की उम्मीद है। खास बात यह है कि इस बार हायरिंग केवल मेट्रो शहरों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि टियर-2 और टियर-3 शहरों में भी तेजी से भर्ती होगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2025 की पहली छमाही में पिछले साल की तुलना में हायरिंग 27% बढ़ी है। सबसे ज्यादा मांग फ्रंटलाइन, डिजिटल और कम्प्लायंस से जुड़ी नौकरियों में देखी जा रही है। मिडिल और सीनियर लेवल पर ईएसजी स्ट्रैटेजी, डिजिटल वेल्थ, एआईएफ/पीएमएस कम्प्लायंस जैसे नए क्षेत्रों में 30% तक हायरिंग बढ़ी है।
पब्लिक और प्राइवेट बैंक अपने कोर सिस्टम्स को मॉडर्न बनाने, क्लाउड बेस्ड टेक्नोलॉजी और डिजिटल ऐप्स के लिए टैलेंटेड डिजिटल टीम बना रहे हैं। एमएसएमई और ग्रामीण इलाकों में लोन की बढ़ती मांग ने अंडरराइटिंग, कलेक्शन और रेगुलेटरी कम्प्लायंस जॉब्स को भी बढ़ावा दिया है।
फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस सेक्टर में भी तेजी
म्यूचुअल फंड, ब्रोकरेज और फिनटेक कंपनियां अपने नेटवर्क और टेक टीम्स को मजबूत कर रही हैं। इससे फाइनेंशियल सर्विसेज में भर्ती बढ़ रही है। वहीं, रेगुलेटरी और साइबर रिस्क्स की वजह से कम्प्लायंस और फ्रॉड डिटेक्शन एक्सपर्ट्स की मांग भी लगातार बढ़ रही है।
इंश्योरेंस इंडस्ट्री में डिजिटल अंडरराइटर्स, एआई क्लेम स्पेशलिस्ट्स और फ्रॉड एनालिस्ट्स जैसे टेक बेस्ड रोल्स में 6-9% तक ग्रोथ दर्ज की गई है। आईआरडीएआई की नीतियों और टेक्नोलॉजी अपनाने से आने वाले सालों में हर साल 5-7% नई भर्ती होने की उम्मीद है।