टैक्स कलेक्शन का बना नया रिकॉर्ड, सरकार की झोली में आए 15 लाख करोड़

Edited By jyoti choudhary,Updated: 11 Feb, 2023 03:55 PM

new record of tax collection 15 lakh crores in government s pocket

मोदी सरकार की टैक्स कलेक्शन बढ़ाने की कोशिशों का असर अब दिखने लगा है। चालू वित्त वर्ष 2022-23 में 10 फरवरी 2023 तक हुए टैक्स कलेक्शन को देखें तो देश के टैक्सपेयर्स ने अब तक का सबसे ज्यादा कर भरने का रिकॉर्ड बना दिया है। इनकम टैक्स

बिजनेस डेस्कः मोदी सरकार की टैक्स कलेक्शन बढ़ाने की कोशिशों का असर अब दिखने लगा है। चालू वित्त वर्ष 2022-23 में 10 फरवरी 2023 तक हुए टैक्स कलेक्शन को देखें तो देश के टैक्सपेयर्स ने अब तक का सबसे ज्यादा कर भरने का रिकॉर्ड बना दिया है। इनकम टैक्स और कॉरपोरेट टैक्स को मिलाकर सरकार के कुल बजट अनुमान का 91.39 प्रतिशत डायरेक्ट टैक्स कलेक्ट हो चुका है।

वित्त मंत्रालय ने शनिवार को जानकारी दी कि इस साल 10 फरवरी तक उसका डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 24.09 प्रतिशत बढ़ा है। वहीं रिफंड को हटाने के बाद सरकार के टैक्स कलेक्शन में 18.40 प्रतिशत की बढ़त देखी गई है।

सरकार को मिला 15 लाख करोड़ से ज्यादा

आंकड़ों के मुताबिक 10 फरवरी 2023 तक सरकार का सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 15.67 लाख करोड़ रुपए रहा है। इसमें से आयकर रिफंड को हटाने के बाद उसका कलेक्शन 12.98 लाख करोड़ रुपए रहा है। इतना ही नहीं ये सरकार के पिछले बजट के कर संग्रह अनुमान का जहां 91.39 प्रतिशत है। वहीं डायरेक्ट टैक्स के संशोधित अनुमान का ये 78.65 प्रतिशत है।

आम आदमी के टैक्स भरने में आई ग्रोथ

देश में डायरेक्ट टैक्स दो तरह से कलेक्ट किया जाता है। एक कॉरपोरेट टैक्स के तौर पर, दूसरा इंडिविजुअल के इनकम टैक्स के तौर पर। अब अगर ताजा आंकड़ों को देखें तो कॉरपोरेट इनकम टैक्स की ग्रोथ इस साल 19.33 प्रतिशत रही है, जबकि आम आदमी द्वारा भरे जाने वाले इनकम टैक्स में 29.63 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की गई है।

रिफंड का हिसाब किताब करने के बाद कॉरपोरेट टैक्स कलेक्शन की ग्रोथ 15.84 प्रतिशत रही है, जबकि आम आदमी के टैक्स कलेक्शन का ग्रोथ रेट 21.93 प्रतिशत रहा है।
 

Related Story

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!