Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Sep, 2023 05:31 PM
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पाया है कि बड़े कमर्शियल बैंकों के निदेशक मंडल (बोर्ड) में एक या दो सदस्यों का ‘अत्यधिक दबदबा’ रहता है। केंद्रीय बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को यह बात कही। साथ ही उन्होंने बैंकों से इस चलन को ठीक करने के लिए...
मुंबईः भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पाया है कि बड़े कमर्शियल बैंकों के निदेशक मंडल (बोर्ड) में एक या दो सदस्यों का ‘अत्यधिक दबदबा’ रहता है। केंद्रीय बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को यह बात कही। साथ ही उन्होंने बैंकों से इस चलन को ठीक करने के लिए कहा।
बैंक से कहा कि यह सही तरीका नहीं- गवर्नर शक्तिकांत दास
दास ने यहां RBI द्वारा आयोजित एक बैठक में शहरी सहकारी बैंकों (UCB) के निदेशकों को संबोधित करते हुए कहा कि बोर्ड में चर्चा स्वतंत्र, निष्पक्ष और लोकतांत्रिक होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘बोर्ड के एक या दो सदस्यों, चेयरमैन या वाइस-चैयरमैन का अत्यधिक प्रभाव या दबदबा नहीं होना चाहिए। हमने ऐसा बड़े कमर्शियल बैंकों में भी देखा है… जहां भी हमने ऐसा देखा, हमने बैंक से कहा कि यह सही तरीका नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि सभी निदेशकों को बोलने का मौका दिया जाना चाहिए और किसी मामले पर किसी विशेष निदेशक की बात अंतिम नहीं होनी चाहिए। दास ने एक अच्छी तरह से काम करने वाले बोर्ड के महत्व का जिक्र करते हुए यह बात कही। हालांकि, उन्होंने इसके बारे में अधिक विस्तार से नहीं बताया।