चांदी की लंबी छलांग, तोड़े सारे रिकॉर्ड, एक्सपर्ट का दावा- 2026 में भी नहीं रुकेगी रफ्तार

Edited By Updated: 27 Dec, 2025 05:21 PM

silver makes a massive leap breaks all records silver price

सोना और चांदी जैसे कीमती धातुओं के बाजार में तेजी थमने का नाम नहीं ले रही है। दोनों की कीमतों में भी जोरदार उछाल देखने को मिल रहा है। शुक्रवार के कारोबारी सत्र में राजधानी दिल्ली में चांदी के भाव में एक ही दिन में 9,350 रुपए प्रति किलोग्राम की तेज...

बिजनेस डेस्कः सोना और चांदी जैसे कीमती धातुओं के बाजार में तेजी थमने का नाम नहीं ले रही है। दोनों की कीमतों में भी जोरदार उछाल देखने को मिल रहा है। शुक्रवार के कारोबारी सत्र में राजधानी दिल्ली में चांदी के भाव में एक ही दिन में 9,350 रुपए प्रति किलोग्राम की तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई, जिसके बाद चांदी 2,36,350 रुपए प्रति किलोग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई।

अगर पिछले एक हफ्ते की बात करें तो 19 दिसंबर को चांदी करीब 2,04,100 रुपए प्रति किलोग्राम के आसपास कारोबार कर रही थी, जो अब 2,36,350 रुपए के पार निकल चुकी है यानी महज सात दिनों में चांदी ने निवेशकों को चौंकाने वाली तेजी दिखाई है।

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विदेशी बाजारों से मिल रहा मजबूत सपोर्ट

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी की कीमतों ने नया इतिहास रच दिया है। स्पॉट सिल्वर पहली बार 75 डॉलर प्रति औंस के स्तर को पार कर गई। कारोबार के दौरान इसकी कीमत 3.72 डॉलर यानी करीब 5.18 फीसदी बढ़कर 75.63 डॉलर प्रति औंस के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गई।

औद्योगिक मांग बनी तेजी की बड़ी वजह

विशेषज्ञों के मुताबिक चांदी की कीमतों में इस उछाल की सबसे बड़ी वजह औद्योगिक मांग में लगातार हो रही बढ़ोतरी है। फैक्ट्रियों, टेक्नोलॉजी सेक्टर और उभरते उद्योगों में चांदी की जरूरत तेजी से बढ़ रही है। इसके अलावा सीमित उत्पादन और मजबूत वैश्विक मांग ने भी कीमतों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है।

सॉलिड-स्टेट बैटरी जैसे नए तकनीकी क्षेत्रों में चांदी एक अहम घटक बनती जा रही है। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV), सोलर एनर्जी और अन्य ग्रीन एनर्जी सेक्टर में इसके बढ़ते इस्तेमाल से मांग को मजबूत समर्थन मिल रहा है।

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आपूर्ति-डिमांड गैप से और बढ़ सकती है कीमत

बाजार जानकारों का कहना है कि दुनिया में फिलहाल करीब 850 मिलियन औंस चांदी का उत्पादन हो रहा है, जबकि मांग लगभग 1.16 बिलियन औंस तक पहुंच चुकी है। इसके अलावा अमेरिका और वेनेजुएला के बीच बढ़ते तनाव से चांदी के निर्यात पर असर पड़ने की आशंका है, जिससे आने वाले समय में कीमतों पर और दबाव बढ़ सकता है।

कहां पहुंच सकती है चांदी की कीमतें

चांदी के उछाल को देखते हुए कई एक्सपर्ट साल 2026 में 100 डॉलर का स्तर पार करने का अनुमान लगा रहे हैं। वहीं एक अनुमान में 200 डॉलर तक की भी बात कही गई है। रिच डैड पूअर डैड के लेखक रॉबर्ट कियोस्की का अनुमान है कि 2026 में डॉलर अपनी वैल्यू गंवाएगा वहीं मेटल की चमक बढ़ेगी और चांदी 200 डॉलर का स्तर पार कर लेगा।
 

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