Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Dec, 2025 05:54 PM

चांदी ने इस साल बाजार में जबरदस्त रिकॉर्ड बनाए हैं। एमसीएक्स पर मार्च डिलीवरी वाली चांदी की कीमत बुधवार 1,91,800 रुपए प्रति किलो पहुंचकर नया रिकॉर्ड बना गई। सोने में आज गिरावट आई है लेकिन रिटर्न के मामले में इस साल चांदी का प्रदर्शन सोने से कहीं...
बिजनेस डेस्कः चांदी ने इस साल बाजार में जबरदस्त रिकॉर्ड बनाए हैं। एमसीएक्स पर मार्च डिलीवरी वाली चांदी की कीमत बुधवार 1,91,800 रुपए प्रति किलो पहुंचकर नया रिकॉर्ड बना गई। सोने में आज गिरावट आई है लेकिन रिटर्न के मामले में इस साल चांदी का प्रदर्शन सोने से कहीं बेहतर रहा है।
11 महीनों में चांदी की कीमत दोगुनी से ज्यादा हुई
जनवरी से नवंबर 2025 के बीच चांदी ने लगभग 100% रिटर्न दिया है, जबकि एक साल में सोना केवल 60% रिटर्न दे पाया। पिछले एक साल में चांदी करीब 90% और सोना 60% चढ़ा है।
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जनवरी में कितनी थी कीमत?
2 जनवरी 2025 को एमसीएक्स पर चांदी लगभग 90,000 रुपए प्रति किलो थी। अब यह बढ़कर 1.91 लाख रुपए प्रति किलो के पार पहुंच गई है यानी 111% की तेजी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी 28 डॉलर से बढ़कर 57 डॉलर के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गई है। यह महज एक महीने में 20% से ज्यादा और पूरे साल में 100% से अधिक की बढ़त है।
सोने को पछाड़ बनाए कई रिकॉर्ड
साल की शुरुआत में सोना आगे था लेकिन बीच साल में रफ्तार बदल गई। सोने की तेजी थमी और चांदी ने जबरदस्त उछाल पकड़ लिया। अब चांदी ने रिटर्न और कीमत—दोनों में कई नए रिकॉर्ड बना दिए हैं।
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चांदी में इतनी तेजी क्यों आई?
चांदी की कीमत बढ़ने के पीछे दो बड़े कारण हैं:
- मांग में भारी उछाल – खासकर इंडस्ट्रियल और टेक्नोलॉजी सेक्टर में।
- चीन का रिकॉर्ड निर्यात – अक्टूबर में चीन का चांदी निर्यात 660 टन से ऊपर पहुंच गया, जबकि उसका भंडार 10 साल के निचले स्तर पर आ गया। सप्लाई कम होने से कीमतें और बढ़ीं।
फेड की पॉलिसी का भी बड़ा प्रभाव
बाजार को उम्मीद है कि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में और कटौती कर सकता है। अगर ऐसा होता है तो सोना और चांदी दोनों में नई तेजी देखने को मिल सकती है। अनुमान है कि 2026 के अंत तक फेड तीन बार ब्याज दरें घटा सकता है, जिससे कीमतों में और उछाल आने की संभावना है।