Edited By jyoti choudhary,Updated: 20 May, 2025 03:16 PM

भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर वार्ता तेज हो गई है। इसी क्रम में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने वॉशिंगटन में अपने अमेरिकी समकक्ष हावर्ड लुटनिक से मुलाकात की और समझौते के पहले चरण को शीघ्र अंतिम...
बिजनेस डेस्कः भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर वार्ता तेज हो गई है। इसी क्रम में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने वॉशिंगटन में अपने अमेरिकी समकक्ष हावर्ड लुटनिक से मुलाकात की और समझौते के पहले चरण को शीघ्र अंतिम रूप देने पर चर्चा की।
गोयल ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर बताया कि, "भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के पहले चरण में तेजी लाने की दिशा में मंत्री हावर्ड लुटनिक के साथ सार्थक चर्चा हुई।"
यह उच्चस्तरीय बैठक 22 मई तक चलेगी, जिसमें दोनों देशों के मुख्य वार्ताकार वस्तुओं में अंतरिम व्यापार व्यवस्था के तहत ‘शीघ्र पारस्परिक लाभ’ सुनिश्चित करने के प्रयासों पर विचार करेंगे। लक्ष्य है कि शरद ऋतु (सितंबर-अक्टूबर) तक पहले चरण का समझौता पूरा कर लिया जाए।
मुख्य मुद्दे:
- बाजार पहुंच (Market Access)
- उत्पत्ति के नियम (Rules of Origin)
- गैर-शुल्क बाधाएं (Non-Tariff Barriers)
अमेरिका ने भारत पर लगाए गए 26% अतिरिक्त शुल्क को अस्थायी रूप से 9 जुलाई तक निलंबित किया है। यह शुल्क इस्पात, एल्युमीनियम और ऑटो पार्ट्स जैसे उत्पादों पर लागू है। भारत और अमेरिका 90 दिनों की शुल्क विराम अवधि का लाभ उठाकर वार्ता को आगे बढ़ाना चाहते हैं।
द्विपक्षीय व्यापार स्थिति:
वित्त वर्ष 2024-25 में अमेरिका लगातार चौथे वर्ष भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बना रहा। दोनों देशों के बीच व्यापार 131.84 अरब डॉलर तक पहुंचा।
- भारत के निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी: 18%
- आयात में हिस्सेदारी: 6.22%
- कुल वस्तु व्यापार में योगदान: 10.73%
व्यापार अधिशेष
भारत को अमेरिका के साथ 2024-25 में 41.18 अरब डॉलर का व्यापार अधिशेष रहा, जो 2023-24 में 35.32 अरब डॉलर और 2022-23 में 27.7 अरब डॉलर था। अमेरिका ने इस बढ़ते व्यापार घाटे को लेकर चिंता व्यक्त की है।