Edited By jyoti choudhary,Updated: 14 Oct, 2025 01:02 PM

टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन (Tata Investment Corporation) के शेयर में आज अचानक गिरावट देखने को मिली। एनएसई पर शेयर की कीमत 90% तक गिरकर 1,015 रुपए पर आ गई। कंपनी के शेयर सोमवार को 9,949 रुपए पर बंद हुए थे। असल में टाटा...
बिजनेस डेस्कः टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन (Tata Investment Corporation) के शेयर में आज अचानक गिरावट देखने को मिली। एनएसई पर शेयर की कीमत 90% तक गिरकर 1,015 रुपए पर आ गई। कंपनी के शेयर सोमवार को 9,949 रुपए पर बंद हुए थे। असल में टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन के शेयर में कोई गिरवाट नहीं आई, बल्कि कंपनी के शेयर स्टॉक स्प्लिट की रिकॉर्ड डेट पर ट्रेड कर रहे थे। स्टॉक स्प्लिट के प्राइस एडडस्टमेंट की वजह से यह गिरावट दिखी है।
कंपनी ने पहले ही घोषणा की थी कि वह अपने 10 रुपए फेस वैल्यू वाले हर इक्विटी शेयर को 1 रुपए फेस वैल्यू वाले 10 शेयरों में विभाजित करेगी। इसके लिए 14 अक्टूबर को रिकॉर्ड डेट तय की गई थी और जिन निवेशकों के पास सोमवार को ट्रेडिंग खत्म होने तक शेयर थे, वे स्प्लिट के हकदार थे।
सोमवार को शेयर 7.04% बढ़कर 9,949 रुपए पर बंद हुआ था। मंगलवार को एडजस्टमेंट के बाद शेयर कम खुला और शुरुआती सौदों में लगभग 1,056 रुपए के आसपास कारोबार कर रहा था। हालांकि कीमत गिरी हुई लग रही थी लेकिन कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन और निवेशकों की हिस्सेदारी में कोई बदलाव नहीं आया। लगभग सुबह 10:25 बजे एडजस्टमेंट के बाद शेयर बीएसई पर 7.89% की तेजी के साथ 1,070 रुपए पर कारोबार कर रहे थे। शुरुआती कारोबार में यह 1,080 रुपए तक भी गया।
स्टॉक स्प्लिट का फायदा
स्टॉक स्प्लिट से कंपनी के कुल शेयरों की संख्या बढ़ जाती है, जिससे शेयर सस्ते और उनकी खरीद-बिक्री आसान हो जाती है। यह खासकर छोटे निवेशकों को आकर्षित करने के लिए किया जाता है। अगर टाटा संस लिस्ट होती है, तो इससे टाटा इन्वेस्टमेंट को भी फायदा हो सकता है और उसकी बैलेंस शीट मजबूत हो सकती है। हालांकि, टाटा इन्वेस्टमेंट की टाटा संस में सिर्फ 0.1% हिस्सेदारी है। कंपनी के पास टाटा कैपिटल का 2.1% हिस्सा भी है, जो 13 अक्टूबर को शेयर बाजार में लिस्ट हुआ था।