Edited By Prachi Sharma,Updated: 13 Jan, 2024 08:12 AM
वृन्दावन के मध्य में निधिवन के पास प्रतिष्ठित मीरा बाई मंदिर है। जो आज से लगभग 500 वर्षों के समृद्ध इतिहास का एक पवित्र स्थल है। यह
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Mira bai Mandir Vrindavan: वृन्दावन के मध्य में निधिवन के पास प्रतिष्ठित मीरा बाई मंदिर है। जो आज से लगभग 500 वर्षों के समृद्ध इतिहास का एक पवित्र स्थल है। यह किसी समय पर श्रद्धेय संत मीरा बाई का घर था, उन्होंने औसतन 15 वर्षों तक यहां निवास किया था। अपने बाल्यकाल से मीरा जी ने भगवान कृष्ण को अपने पति और प्रेमी के रूप में अपनाया था। इस मंदिर में उनके अटूट प्रेम और भक्ति की गूंज आज भी गूंजती है।
ठाकुर जी के भक्त श्री मोहित ठाकुर, जिन्हें सोशल मीडिया सर्किल में मेरी भोरी किशोरी के नाम से जाना जाता है। उन्होंने 11 जनवरी को मंदिर में अपने प्रिय लड्डू गोपाल का जन्मदिन मनाया, जिन्हें प्यार से हनी लल्ला के नाम से बुलाया जाता है। जन्मदिन के इस शुभ अवसर पर श्री मोहित ठाकुर ने भक्ति से भरे हुए भजन गाकर भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इन भजनों से चारों तरफ का वातावरण भक्ति में डूब गया।
इस पावन उत्सव का आरंभ आशीष सिंह के कथक प्रदर्शन के साथ हुआ। इन्हें नाइट्रो मंजुरी दास के नाम से भी जाना जाता है। इसी के साथ राहुल ठाकुर एवं युवा गायक देवर्ष शर्मा द्वारा भजन गाये गए। मंदिर के सेवायत रूद्र प्रताप सिंह द्वारा इस उत्सव का आयोजन किया गया।
इस उत्सव पर उन्होंने अपने विचार रखते हुआ कहा कि, " गिरधर गोपाल के प्रति मीरा जी के प्रेम को दर्शाते हुए मोहित भैया द्वारा हनी गोपाल का जन्मदिन मनाया गया। यह समारोह मीरा जी के असीम प्रेम को अपनाने की प्रेरणा देता है। अपने दिवंगत पिता जिन्होंने पिछले साल अपने नश्वर शरीर को छोड़कर प्रेम के सार को अपनाया, उनके आशीर्वाद से मैं इस विरासत को कायम रखने का प्रयास करता हूं।''
मीरा बाई मंदिर की पवित्र दीवारें मीरा जी के घुंघरू और श्री कृष्ण की बांसुरी की गूंज आने वाले भक्तों के मन को मंत्रमुग्ध करती रहती हैं। बहुत ही दूर-दूर से भक्त इस मंदिर के दर्शन करने आते हैं और भजन और सुंदर नृत्य द्वारा मीरा जी के गिरधर गोपाल को अपना प्रेम व्यक्त करते हैं।