Edited By Niyati Bhandari,Updated: 24 Dec, 2025 09:53 AM

New Year 2026 Shubh Sanyog: नया साल 2026 धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद खास शुरुआत के साथ आने वाला है। 1 जनवरी 2026, गुरुवार के दिन कई अत्यंत शुभ योग और ग्रह-नक्षत्रों के विशेष संयोग बन रहे हैं। शास्त्रों के अनुसार, यदि वर्ष के पहले दिन शुभ...
New Year 2026 Shubh Sanyog: नया साल 2026 धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद खास शुरुआत के साथ आने वाला है। 1 जनवरी 2026, गुरुवार के दिन कई अत्यंत शुभ योग और ग्रह-नक्षत्रों के विशेष संयोग बन रहे हैं। शास्त्रों के अनुसार, यदि वर्ष के पहले दिन शुभ कर्म और पूजा-पाठ किए जाएं तो उसका प्रभाव पूरे साल तक बना रहता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि नए साल 2026 के पहले दिन कौन-से शुभ संयोग बन रहे हैं और किन कार्यों को करने से सौभाग्य, सुख और समृद्धि की वर्षा होगी।
1 जनवरी 2026 को बन रहे हैं ये शुभ ज्योतिषीय संयोग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 1 जनवरी 2026 को कई दुर्लभ योग बन रहे हैं, जो इसे विशेष रूप से फलदायी बनाते हैं।
गुरुवार का दिन: देवगुरु बृहस्पति का वार होने के कारण यह दिन ज्ञान, धन और धर्म के लिए शुभ माना जाता है।
गुरु प्रदोष व्रत: नए साल का पहला दिन होने के साथ-साथ इस दिन प्रदोष व्रत भी रखा जाएगा। गुरुवार को पड़ने वाला प्रदोष व्रत विशेष फलदायी होता है।
रोहिणी नक्षत्र: यह नक्षत्र वृद्धि, समृद्धि और स्थायित्व का प्रतीक माना जाता है।
रवि योग: यह योग हर कार्य में सफलता और बाधाओं से मुक्ति प्रदान करता है।
ग्रहों की विशेष स्थिति: सूर्य, बुध, मंगल और शुक्र का धनु राशि में गोचर नए अवसर, धन लाभ और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने वाला माना जा रहा है।
इन सभी संयोगों के कारण नए साल 2026 की शुरुआत अत्यंत शुभ और मंगलकारी मानी जा रही है।

नए साल 2026 के पहले दिन करें ये शुभ कार्य
यदि आप चाहते हैं कि साल 2026 आपके लिए सुख, सौभाग्य और सफलता लेकर आए, तो 1 जनवरी को इन कार्यों को अवश्य करें—
दान-पुण्य करें
नए साल के पहले दिन गरीबों और जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, धन या आवश्यक सामग्री का दान करें। इससे पुण्य की प्राप्ति होती है और देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है।
पूजा-पाठ से करें नए साल की शुरुआत
घर में देवी-देवताओं की विधिवत पूजा करें। संभव हो तो मंदिर जाकर दर्शन करें। धार्मिक कार्यों से साल की शुरुआत करने से पूरा वर्ष सकारात्मक ऊर्जा से भरा रहता है।
प्रदोष व्रत में करें भगवान शिव की आराधना
1 जनवरी 2026 को गुरु प्रदोष व्रत होने के कारण भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा विशेष फल देती है। शिवलिंग पर जल, दूध चढ़ाएं। बेलपत्र, फल, फूल और मिठाई अर्पित करें। ऐसा करने से जीवन की बाधाएं दूर होती हैं और कार्यों में सफलता मिलती है।
लक्ष्मी-गणेश और विष्णु जी की पूजा
नए साल के दिन भगवान गणेश, माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की उपासना अवश्य करें। इससे घर में धन, वैभव, शांति और स्थिरता बनी रहती है। 1 जनवरी 2026 को बनने वाले शुभ योग नए साल को भाग्यवर्धक और मंगलमय बना रहे हैं। यदि इस दिन श्रद्धा और विधि से शुभ कार्य किए जाएं, तो पूरे वर्ष जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता बनी रहती है।
