Edited By Niyati Bhandari,Updated: 01 Apr, 2024 08:29 AM
हिंदू धर्म में हर वर्ष चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को शीतला अष्टमी का पर्व मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, होली के आठवें दिन शीतला अष्टमी का व्रत किया जाता है। इस दिन दुर्गा और पार्वती मां की
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Sheetala Ashtami 2024: हिंदू धर्म में हर वर्ष चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को शीतला अष्टमी का पर्व मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, होली के आठवें दिन शीतला अष्टमी का व्रत किया जाता है। इस दिन दुर्गा और पार्वती मां की अवतार देवी शीतला की पूजा-अर्चना की जाती है और उन्हें ठंडा और बासी खाने का भोग लगाया जाता है। इसलिए इसे बसौड़ा पर्व भी कहा जाता है। इस दिन मां शीतला की सच्चे मन से आराधना करने से व्यक्ति को बीमारियों से मुक्ति मिलती है और लंबी उम्र का वरदान प्राप्त होता है। आइए जानते हैं शीतला अष्टमी डेट, शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में-
When is Sheetala Ashtami 2024 शीतला अष्टमी 2024 कब है
चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का शुभारंभ 1 अप्रैल, दिन सोमवार को रात 9 बजकर 9 मिनट से हो रहा है। वहीं, इसका समापन 2 अप्रैल, दिन मंगलवार को रात 8 बजकर 8 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, बसोड़ा का व्रत 2 अप्रैल को रखा जाएगा।
Sheetala Ashtami auspicious time शीतला अष्टमी शुभ मुहूर्त
शीतला अष्टमी की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 2 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 11 मिनट से शुरू होगा और इसका समापन शाम 6 बजकर 39 मिनट पर होगा यानी कि पूजा के लिए कुल अवधि लगभग 12 घंटे के आसपास की है। इसमें पूजा करना शुभ रहेगा।
Importance of Sheetala Ashtami शीतला अष्टमी का महत्व
माना जाता है कि शीतला अष्टमी पर मां शीतला की आराधना करने से बच्चों को दुष्प्रभावों से मुक्ति मिलती है। साथ ही व्यक्ति को बीमारियों से मुक्ति मिलती है। इस दिन माता शीतला को बासी खाने का भोग लगाने की परंपरा है। इस दिन ताजा खाना नहीं पकाया जाता है। इस व्रत को लेकर यह माना जाता है कि इसका निर्वाहन से बच्चों को चेचक, खसरा और आंखों की बीमारी परेशान नहीं करती है।