Edited By Niyati Bhandari,Updated: 02 Jul, 2025 03:21 PM

Key Vastu tips for home: वास्तु शास्त्र के गहरे आधार पर चाबियों को रखने का स्थान केवल सुविधा से नहीं, बल्कि ऊर्जा प्रवाह और सुरक्षा भाव से भी जुड़ा होता है। यहां कुछ ऐसी जानकारी दी जा रही है, जो पारंपरिक वास्तु, तांत्रिक संकेतों और मनोवैज्ञानिक...
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Key Vastu tips for home: वास्तु शास्त्र के गहरे आधार पर चाबियों को रखने का स्थान केवल सुविधा से नहीं, बल्कि ऊर्जा प्रवाह और सुरक्षा भाव से भी जुड़ा होता है। यहां कुछ ऐसी जानकारी दी जा रही है, जो पारंपरिक वास्तु, तांत्रिक संकेतों और मनोवैज्ञानिक संतुलन पर आधारित है:

वास्तु के अनुसार घर में चाबियां रखने का सबसे उपयुक्त स्थान पश्चिम-दक्षिण (W-SW) दिशा में रखी गई लकड़ी की छोटी बंद अलमारी (छिपी हुई दृष्टि में) होना चाहिए।
पश्चिम-दक्षिण दिशा को वास्तु में गुप्त धन और सुरक्षा भाव की दिशा माना गया है। यह दिशा स्थिरता और नियंत्रण का प्रतिनिधित्व करती है।
लकड़ी (प्राकृतिक तत्व) पृथ्वी तत्व से जुड़ी है जो स्थिर ऊर्जा को बढ़ावा देती है। इससे चाबियों में जुड़ी सुरक्षा ऊर्जा संतुलित रहती है।
खुली जगह में चाबी रखने से रहस्य भंग होता है, जिससे घर में अनचाही गतिविधियां या चोरी के योग बन सकते हैं।

कहां नहीं रखें चाबियां:
रसोई (अग्नि तत्व) चाबी के प्रतीक सुरक्षा और अग्नि का विरोध होता है, जिससे गृहक्लेश होता है।
पूजा स्थान यह पवित्रता की जगह है, चाबी वहां भौतिक चिंता का प्रतीक बनती है।
मुख्य दरवाजे के पास टंगी हुक यह अजनबियों को संकेत देता है और चोरी की ऊर्जा को आमंत्रित करता है।

ऊर्जा बढ़ाने का गुप्त उपाय:
चाबी रखने की जगह पर ॐ ह्रीं क्लीं सौः लिखकर छोटा सा तांबे का यंत्र रखें। इससे वह स्थान सुरक्षा कवच क्षेत्र बन जाता है और भूलने की आदत भी कम होती है।
रात को सोने से पहले चाबी ढकी हुई अवस्था में रखें, यह घर की नींद (रात्रि सुरक्षा) को ऊर्जा देता है।
चाबी की आवाज बार-बार न आने दें, इससे अस्थिर ऊर्जा पैदा होती है (विशेषकर बच्चों के स्वभाव पर असर पड़ता है)।
