Edited By Prachi Sharma,Updated: 28 Dec, 2023 06:46 AM
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की हर दिशा व्यक्ति के जीवन का प्रतिनिधित्व करती है। घर की हर दिशा का संबंध किसी न किसी ग्रह से तो
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Vastu Tips For Almirah: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की हर दिशा व्यक्ति के जीवन का प्रतिनिधित्व करती है। घर की हर दिशा का संबंध किसी न किसी ग्रह से तो अवश्य होता है। अगर वास्तु के इन्हें अनुसार रखा जाए तो जीवन बेहद ही खुशहाल और शानदार बन जाता है। बता दें कि वास्तु के मुताबिक घर का बेडरूम शादीशुदा जीवन का प्रतीक माना जाता है। इसका संबंध शुक्र ग्रह से बताया गया है। इसी वजह से बेडरूम की हर चीज को वास्तु के अनुसार रखा जाता है। रूम में रखा बेड और अलमारी हमारे जीवन में अहम भूमिका निभाती है। अब यह तो हमें पता है कि बेडरूम में रखी अलमारी को किस दिशा में रखना चाहिए लेकिन इसके अंदर क्या रखना चाहिए ये बहुत लोगों को पता होगा। तो चलिए वास्तु शास्त्र के लिहाज से जानते हैं अलमारी के अंदर क्या रखना चाहिए।
Keep these things in the bedroom cupboard बेडरूम की अलमारी में रखें ये सामान
वास्तु शास्त्र के अनुसार बता दें कि बेडरूम की अलमारी में ये 3 वस्तुएं रखना बेहद ही शुभ माना जाता है।
पहली वस्तु है सुहाग का सामान- विवाहित महिला को अपनी बेडरूम की अलमारी में सुहाग का सामान अवश्य रखना चाहिए। जैसे कि सिन्दूर की डिब्बी, बिंदी, काजल आदि। लेकिन इस बात का बेहद ध्यान रखें कि जितनी आवश्यकता हो उतना ही सामान रखें। बेवजह और फालतू का सामान रखने से नकारात्मकता बढ़ती है।
दूसरी वस्तु है शादी का जोड़ा- ज्यादार देखने में आता है कि महिलाएं शादी के बाद अपने जोड़े को एक बैग में रख देती हैं। बता दें कि ऐसा करना बहुत ही अशुभ माना जाता है। हालांकि रोजाना में इसका प्रयोग नहीं किया जाता है लेकिन इसे हमेशा बेडरूम की अलमारी में ही रखना चाहिए। ऐसा करने से दोनों पति-पत्नी के बीच चल रहा कलह-क्लेश दूर हो जाता है।
आखिरी और तीसरी वस्तु है सास के द्वारा दिए गए तोहफे। शादी के बाद सास अपनी बहु को गिफ्ट में रूप में गहने, कपड़े या और भी कुछ सामान देरी है। वास्तु के अनुसार ऐसे सामान को लड़के हो या चाहे लड़की दोनों को इसे अपनी अलमारी में रखना चाहिए।
यदि आपके कमरे में पहले से ही अलमारी रखी हुई है, तो दिशा अवश्य जांच लें। वास्तु के अनुसार, बेडरूम की अलमारी कमरे की दक्षिण-पश्चिम दिशा में होनी चाहिए। दक्षिण-पूर्व, उत्तर-पूर्व, उत्तर-पश्चिम कोने, पूर्व और उत्तर दिशाओं से बचना चाहिए। ये दिशाएं वास्तु शास्त्र के अनुसार अनुकूल नहीं है।