Edited By Lata,Updated: 09 Nov, 2019 10:49 AM
वास्तु का प्रचलन आज के समय में हर कहीं देखने को मिलता है। हर व्यक्ति चाहता है कि उसके जीवन में हमेशा खुशहाली बनी
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वास्तु का प्रचलन आज के समय में हर कहीं देखने को मिलता है। हर व्यक्ति चाहता है कि उसके जीवन में हमेशा खुशहाली बनी रहे, इसके लिए वह हर तरह के उपाय भी करता है। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि व्यक्ति को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन परेशानियों के पीछे का कारण कई बार वास्तु दोष भी हो सकता है। उदाहरण के लिए जैसे कि किसी की शादी में अगर देरी हो रही हो तो भी उसके पीछे वास्तु दोष हो सकता है। वास्तुशास्त्र जीवन के हर क्षेत्र में लागू होता है, इसका विवाह से भी संबंध है और वास्तुशास्त्र वैवाहिक जीवन में अपना असर दिखाता है। इसके लिए आज हम आपको वास्तु के हिसाब से ऐसे कामों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनको छोड़ने पर आप पर हुए वास्तु के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
वास्तुशास्त्र के अनुसार जिन कुंवारे लड़कों की शादी नहीं हो रही है, उन्हें दक्षिण और दक्षिण पश्चिम दिशा में नहीं सोना चाहिए। इससे विवाह में बाधा आती हैं।
ऐसा कहा जाता है कि काले रंग के कपड़े और दूसरों की चीजों का इस्तेमाल कम करना चाहिए। वास्तुशास्त्र के अनुसार आप काले रंग से जितना दूर रहेंगे उतना बेहतर होगा।
वास्तुशास्त्र के अनुसार ऐसी जगह पर नहीं सोना चाहिए जहां बीम लटका हुआ दिखाई दे। ऐसी जगह सोने से विवाह में परेशानियां आती हैं।
विवाह योग्य लड़कों को उन कमरों में सोना चाहिए जिनमें एक से अधिक दरवाजे हों। जिन कमरों में हवा और रोशनी का प्रवेश कम हो उन कमरों में नहीं सोना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार आपके कमरों का रंग डार्क यानि गहरा नहीं होना चाहिए। दीवारों का रंग चमकीला, पीला, गुलाबी होना शुभ होता है।