Edited By Niyati Bhandari,Updated: 18 Aug, 2023 07:27 AM
भारत का केरल राज्य जितना अपनी सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, उतना ही प्रसिद्ध अपने त्योहारों के लिए भी है। दक्षिण भारत का केरल राज्य अपने हरे-भरे
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Vishu Festival 2023: भारत का केरल राज्य जितना अपनी सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, उतना ही प्रसिद्ध अपने त्योहारों के लिए भी है। दक्षिण भारत का केरल राज्य अपने हरे-भरे और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। यहां के प्राकृतिक सौंदर्य को त्योहारों की शोभा और बढ़ा देती है। केरल के प्रमुख त्योहारों में से एक है विशु का त्योहार है। इसे मलयालम का न्यू इयर भी कहा जाता है। इस दिन लोग मंदिरों में जाकर भगवान विष्णु के दर्शन करके नए साल के पहले दिन की शुरुआत करते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार यह दिन बहुत ही शुभ होता है। विषु के दिन को लेकर कई प्रकार की मान्यताएं तथा कथाएं प्रचलित हैं लेकिन मुख्यत: यह पर्व भगवान विष्णु और उनके अवतार श्रीकृष्ण को समर्पित है। यह पहला दिन हिन्दुओं के लिए शादी, नए घर में प्रवेश, नए वाहन की खरीद और नया काम शुरू करने के लिए पवित्र और शुभ माना जाता है।
What is Vishukkani क्या है विशु्क्कनी
विषु के दिन की प्रमुख विशेषता "विषुक्कणी" है। 'विषुक्कणी' उस झांकी-दर्शन को कहते हैं, जिसका दर्शन विषु के दिन प्रात:काल सर्वप्रथम किया जाता है। कहा जाता है कि इस दिन मलयाली भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। ऐसा माना जाता है कि विषुक्कणी का प्रभाव साल भर रहता है। विषु की पूर्व संध्या पर कणी दर्शन की सारी सामग्री सजा दी जाती है। एक कांसे की डेगची या अन्य किसी बर्तन में चावल, नया कपड़ा, ककड़ी, कच्चा आम, पान का पत्ता, सुपारी, कटहल, आइना, अमलतास के फूल आदि सजा कर रख दिए जाते हैं। इस बर्तन के पास एक लंबा दीपक जला कर रख दिया जाता है। सुबह परिवार का कोई बुजुर्ग व्यक्ति एक-एक करके परिवार के लोगों की आंखें बंद करके ‘विषुक्कणी’ तक ले आकर आंखें खुलवाते हैं।
Why is the festival of Vishu celebrated क्यों मनाया जाता है विषु का पर्व
केरल और कर्नाटक में विषु का पर्व बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। विषु पर्व को मनाए जाने के पीछे बहुत से कारण हैं। इस पर्व को मलयालमी नव वर्ष के रूप में भी मनाया जाता है। इस के साथ ही इस दिन केरल में धान की फसल बुवाई भी शुरू हो जाती है। यह दिन किसानों के लिए भी बहुत खुशी वाला होता है। जिसमें वह अपनी पिछली फसल के लिए ईश्वर को धन्यवाद देते हैं और अगली फसल के अच्छे पैदावार की कामना करते हैं।
Significance of Vishu festival विषु पर्व का महत्व
विशु उस दिन को चिह्नित करता है, जब सूर्य मेष राशि में प्रवेश करने वाला होता है। इस दिन को केरल में रहने वाले लोगों के लिए नए साल के रूप में भी मनाया जाता है। संस्कृत में विशु का मतलब बराबर होता है। मलयालम माह का यह पहला दिन है, जब सूर्य भूमध्य रेखा पर पहुंचता है।