Edited By Tanuja,Updated: 22 Oct, 2025 03:13 PM

पूर्व अफगान राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने भारत और हिंदुओं को दिवाली की शुभकामनाएं दीं और दारुल उलूम देवबंद मदरसे को लेकर सतर्क रहने की चेतावनी दी। यह टिप्पणी तालिबान के विदेश मंत्री के हालिया भारत दौरे से जुड़ी है। सालेह तालिबान और पाकिस्तान के...
International Desk: अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने भारत और दुनिया भर के हिंदुओं को दिवाली की शुभकामनाएं दी हैं। साथ ही उन्होंने दारुल उलूम देवबंद मदरसे को लेकर सतर्क रहने की चेतावनी भी दी।सालेह तालिबान और पाकिस्तान की सेना के जेहादी एजेंडे के कट्टर आलोचक हैं। अगस्त 2021 में काबुल पर तालिबान के कब्जे के समय वे उप राष्ट्रपति थे और बाद में तालिबान विरोधी नेता अहमद मसूद के साथ जुड़े।
सालेह ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा:"सभी भारतीयों और दुनिया भर के हिंदुओं को दिवाली की शुभकामनाएं! कृपया देवबंद मदरसे का ध्यान रखें।"यह टिप्पणी हाल ही में तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी के भारत दौरे और देवबंद मदरसे के उनके दौरे से जुड़ी मानी जा रही है। भारत सरकार ने मुत्तकी को देवबंद जाने की अनुमति दी थी, जिसे लड़कियों की शिक्षा पर महीन संदेश के रूप में भी देखा गया।
तालिबान और देवबंद कनेक्शन
तालिबान के कई नेता पाकिस्तान के दारुल उलूम हक्कानिया मदरसे से पढ़े हैं, जो हनफी देवबंदी स्कूल का प्रचार करता है। हक्कानिया मदरसे के संस्थापक मौलाना अब्दुल हक ने दारुल उलूम देवबंद से शिक्षा ली थी, और उनके बेटे मौलाना समी उल हक को तालिबान का पितामह माना जाता है।