Edited By Tanuja,Updated: 02 Nov, 2025 05:41 PM

फिलीपीन और कनाडा ने दक्षिण चीन सागर में चीन की आक्रामकता को रोकने के लिए रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस ‘विजिटिंग फोर्सेज स्टेटस एग्रीमेंट’ से दोनों देशों की सेनाएं संयुक्त सैन्य अभ्यास और प्रशिक्षण करेंगी। कनाडा की यह पहल हिंद-प्रशांत...
International Desk: विवादित दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती आक्रामकता के कटु आलोचक कनाडा और फिलीपीन ने रविवार को एक महत्वपूर्ण रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसका उद्देश्य उनकी सेनाओं का संयुक्त सैन्य अभ्यास करना और आक्रामकता को रोकना है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। कनाडा एवं अन्य पश्चिमी देश कानून के शासन को बढ़ावा देने और क्षेत्र में व्यापार व निवेश बढ़ाने में मदद करने के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ा रहे हैं। फिलीपीन के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर अन्य देशों के साथ रक्षा संबंध स्थापित करने के प्रयास कर रहे हैं, ताकि उनके देश की सेना को विवादित जल क्षेत्र में सैन्य रूप से अपेक्षाकृत मजबूत चीन का सामना करने में मदद मिल सके।
चीन ने इस मामले पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है। चीन ने फिलीपीन पर दक्षिण चीन सागर में अमेरिका और अन्य देशों के साथ संयुक्त गश्त और युद्ध अभ्यास करने को लेकर ‘‘संकट पैदा करने वाला'' और ‘‘क्षेत्रीय स्थिरता को नुकसान पहुंचाने वाला'' होने का आरोप लगाया है। बीजिंग इस जलमार्ग के चीन के होने का दावा करता है, जबकि 2016 के मध्यस्थता निर्णय में 1982 के संयुक्त राष्ट्र समुद्री कानून सम्मेलन के आधार पर इन दावों को अमान्य करार दिया गया था। मनीला स्थित राष्ट्रीय रक्षा विभाग ने बताया कि फिलीपीन के रक्षा मंत्री गिल्बर्टो टेओडोरो जूनियर ने रविवार को मनीला में अपने कनाडाई समकक्ष डेविड मैकगिन्टी के साथ ‘विजिटिंग फोर्सेज स्टेटस एग्रीमेंट' पर हस्ताक्षर किये।