Edited By Parveen Kumar,Updated: 10 Jun, 2025 10:42 PM

म्यांमार में सेना और विरोधी गुटों के बीच चल रही लड़ाई में चीन को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, म्यांमार की सेना अपने विरोधियों पर बम बरसाने के लिए चीन से मिले फाइटर जेट का इस्तेमाल कर रही थी, लेकिन मंगलवार को विरोधी गुटों ने इसी जेट को निशाना बना लिया।
नेशनल डेस्क: म्यांमार में सेना और विरोधी गुटों के बीच चल रही लड़ाई में चीन को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, म्यांमार की सेना अपने विरोधियों पर बम बरसाने के लिए चीन से मिले फाइटर जेट का इस्तेमाल कर रही थी, लेकिन मंगलवार को विरोधी गुटों ने इसी जेट को निशाना बना लिया। म्यांमार के स्थानीय मीडिया के मुताबिक, विरोधी गुट के लड़ाकों ने म्यांमार सेना के इस चीनी फाइटर जेट को मार गिराया। बताया जा रहा है कि इस जेट की कीमत करीब 72 करोड़ रुपये थी।
चीनी जेट गिराने का दावा और प्रतिक्रिया
एसोसिएटेड प्रेस ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के हवाले से लिखा है कि जैसे ही म्यांमार की सेना बम बरसाने के लिए चीनी फाइटर जेट लेकर मैदान में उतरी, पीएलए के लड़ाकों ने जेट को मार गिराया। इस घटना पर न तो चीन ने और न ही म्यांमार की सेना ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान दिया है।
चीन के लिए यह झटका क्यों है?
अगर पीएलए का दावा सही है, तो यह चीन के लिए एक बड़ा झटका है। इसकी वजह ये है कि पीएलए के लड़ाकों के पास कोई आधुनिक हथियार नहीं हैं. वे मुख्य रूप से मशीन गन और गुरिल्ला युद्ध के तरीकों से ही सेना से लड़ रहे हैं। इस घटना से चीन के हथियारों की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े होंगे. चीन ने 2023 में म्यांमार को 1 बिलियन डॉलर (लगभग 8300 करोड़ रुपये) के हथियार दिए थे। म्यांमार के अलावा, चीन पाकिस्तान जैसे देशों को भी हथियार बेचता है।
हाल ही में न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि चीन के कहने पर पीएलए के लड़ाकों ने म्यांमार सेना से जीती हुई एक ज़मीन छोड़ दी थी। अब जिस तरह से लड़ाकों ने चीनी फाइटर जेट को मार गिराया है, उससे यह सवाल उठ रहा है कि क्या म्यांमार में अब चीन का हुक्म नहीं चलने वाला है?
मशीन गन से फाइटर जेट गिराने का दावा
इस घटना को लेकर एक दावे ने सबसे ज़्यादा ध्यान खींचा है. चश्मदीदों के हवाले से स्थानीय अख़बार द इरावड्डी ने लिखा है कि मशीन गन के ज़रिए फाइटर जेट को मार गिराया गया है. चश्मदीदों के मुताबिक, 0.50-कैलिबर एम2 ब्राउनिंग मशीन गन से इस विमान को गिराया गया. हालांकि, न तो सरकार और न ही पीएलए के लड़ाकों ने इस बात पर कोई टिप्पणी की है
हमले के वक्त क्या हुआ?
पीएलए ने जानकारी दी है कि 4 जून को उन्होंने सागाइंग के पाले टाउनशिप में स्थित कान दौक पुलिस स्टेशन पर कब्ज़ा करने के लिए एक अभियान छेड़ा था। इस दौरान, म्यांमार की सेना ने फाइटर जेट और Y-12 विमान से भारी बमबारी की। इसी जवाबी कार्रवाई में पीएलए ने .50 कैलिबर की M2 ब्राउनिंग मशीन गन से उस फाइटर जेट को मार गिराया जो ऊपर से बम बरसा रहा था।