Edited By Seema Sharma,Updated: 26 Mar, 2021 04:23 PM
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बावजूद उन्होंने अपनी मीडिया टीम के सामने उपस्थित होकर बैठक की जिसके बाद से उन्हें जनता और विपक्ष द्वारा आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है। मीडिया में शुक्रवार को प्रकाशित एक खबर...
इंटरनेशनल डेस्क: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बावजूद उन्होंने अपनी मीडिया टीम के सामने उपस्थित होकर बैठक की जिसके बाद से उन्हें जनता और विपक्ष द्वारा आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है। मीडिया में शुक्रवार को प्रकाशित एक खबर में यह जानकारी सामने आई। खान (68) और उनकी पत्नी बुशरा बीबी की जांच में पिछले शनिवार को संक्रमण की पुष्टि हुई थी। संक्रमित होने से कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री ने कोरोना टीका लगवाया था। पाकिस्तान में चीनी टीका ‘सिनोफार्म' ही उपलब्ध है जिसकी पहली खुराक खान ने पिछले गुरुवार को ली थी।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री शिबली फराज तथा एक अन्य सांसद फैसल जावेद ने प्रधानमंत्री के साथ एक बैठक में हिस्सा लिया था, जिसकी फोटो उन्होंने सोशल मीडिया पर डाला। फोटो में खान को अपनी टीम से बात करते हुए देखा जा सकता है जिसमें फराज, जावेद, युसूफ बेग मिर्जा और जुल्फिकार अब्बास बुखारी शामिल हैं। डॉन अखबार के मुताबिक खान ने गुरुवार FIR को बनिगाला स्थित अपने आवास पर बैठक की थी। विपक्ष का कहना है कि प्रधानमंत्री ने खुद कोरोना नियमों का उल्लंघन किया, इसलिए उन पर FIR होनी चाहिए। खबर में कहा गया कि दिलचस्प बात है कि प्रधानमंत्री द्वारा क्वारंटाइन में रहने के बावजूद बैठक करने की घटना का कोई भी सरकारी प्रवक्ता बचाव नहीं कर सका और उनमें से बहुत से लोग इस मुद्दे पर मीडिया के सामने आने से कतराते रहे।
सोशल मीडिया मंचों पर लोगों ने आश्चर्य जताया कि संक्रमित होने के बावजूद प्रधानमंत्री को खुद उपस्थित होकर बैठक करने की क्या जरूरत थी। लोगों ने यह सवाल भी पूछे कि खान ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक क्यों नहीं की। पाकिस्तान में महामारी को नियंत्रित करने के लिए बनाई गई संस्था ‘नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर' द्वारा जारी की गई मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार कोरोना के मरीज को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन में रहना होता है लेकिन प्रधानमंत्री खान ने संक्रमित होने के चार दिन बाद ही बैठक की।