Edited By Rohini Oberoi,Updated: 16 Dec, 2025 03:42 PM

दुनियाभर में शादियों की रस्में (Wedding Rituals) विविधता और अनोखेपन से भरी हुई हैं। जहां कुछ स्थानों पर जूते में शराब डालकर पीने या दूल्हा-दुल्हन के ऊपर चलने जैसी रस्में होती हैं वहीं चीन की एक जनजाति में आज भी एक ऐसी प्रथा जीवित है जिसे सुनकर...
इंटरनेशनल डेस्क। दुनियाभर में शादियों की रस्में (Wedding Rituals) विविधता और अनोखेपन से भरी हुई हैं। जहां कुछ स्थानों पर जूते में शराब डालकर पीने या दूल्हा-दुल्हन के ऊपर चलने जैसी रस्में होती हैं वहीं चीन की एक जनजाति में आज भी एक ऐसी प्रथा जीवित है जिसे सुनकर दुनिया हैरान रह जाती है। शादी से पहले दुल्हन के दो दांत तोड़ना (Breaking of Bride's Teeth)। यह हैरान कर देने वाली परंपरा चीन के दक्षिणी हिस्से में बसी गेलाओ जनजाति (Gelao Tribe) में सदियों से चली आ रही है।
मामा निभाते हैं महत्वपूर्ण रस्म
गेलाओ जनजाति में दुल्हन के दांत तोड़ने की यह प्रथा केवल एक सांस्कृतिक प्रतीक (Cultural Symbol) है जिसे सम्मान और गरिमा के साथ निभाया जाता है। माना जाता है कि यह रीति दुल्हन के वयस्क होने (Adulthood) और शादी के लिए तैयार होने का प्रतीक है। इस परंपरा में लड़की के मामा (Maternal Uncle) की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है।

वे एक छोटे लकड़ी के हथौड़े का इस्तेमाल कर दुल्हन के दांतों पर हल्का वार करते हैं। यह काम बेहद सावधानी और अनुभव से किया जाता है ताकि दांत टूटें लेकिन गंभीर चोट न पहुंचे। दांत तोड़ने के तुरंत बाद मसूढ़ों पर खास औषधि (Special Medicine) लगाई जाती है जिससे घाव जल्दी भरते हैं और संक्रमण (Infection) का खतरा कम हो जाता है।

पहचान और सम्मान का हिस्सा
यह विवादास्पद लग सकने वाला रिवाज आधुनिक दुनिया में भी गेलाओ समाज में अपनी जड़ें जमाए हुए है। स्थानीय लोगों के लिए यह प्रथा उनकी सांस्कृतिक पहचान, परंपरा और वयस्कता की निशानी है। गेलाओ लोग इसे पारिवारिक परंपरा का अभिन्न हिस्सा मानते हैं और इसे किसी भी हाल में बदलने की कोशिश नहीं की जाती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी अनूठी परम्पराएं दिखाती हैं कि मानव समाज में सांस्कृतिक विविधता (Cultural Diversity) कितनी व्यापक और जटिल है।