Edited By Tanuja,Updated: 21 Feb, 2023 05:31 PM
पाकिस्तान को संकट से उबारने और कर्ज देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने फिर सलाह दी है। IMF ने पाक को अपनी शर्तों के आधार पर...
इस्लामाबादः पाकिस्तान को संकट से उबारने और कर्ज देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने फिर सलाह दी है। IMF ने पाक को अपनी शर्तों के आधार पर लोन देने की बात दोहराई है। IMF ने पाकिस्तान को कहा है कि संकट के समय यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ज्यादा कमाई करने वाले लोग टैक्स का भुगतान करें।IMF की तरफ से कहा गया कि केवल गरीबों को ही सब्सिडी मिलनी चाहिए और यदि पाकिस्तान एक देश के रूप में काम करना चाहता है, तो ऐसा करना जरूरी है।
दिवालिया होने से बचने के लिए आखिरकार पाकिस्तान को IMF के सामने झुकने के लिए मजबूर होना ही पड़ा। आज पाकिस्तान की नेशनल असेंबली ने IMF द्वारा निर्धारित मांगों को पूरा करने के लिए सर्वसम्मति से एक धन विधेयक पारित कर दिया। बता दें कि अगर पाकिस्तान IMF की शर्तों को पूरा कर देता है तो उसे लगभग 8800 करोड़ रुपए की ऋण सुविधा प्राप्त हो जाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक वित्त विधेयक 2023 जिसे पाकिस्तान का मिनी बजट कहा जा रहा है उसे संसद के निचले सदन में मंजूरी दे दी गई। पाक सरकार को यह कदम कर्ज पुनर्गठन के लिए उठाना पड़ा है।
बता दें कि सरकार ने पिछले सप्ताह इस विधेयक को सप्ताहांत तक पारित करने के उद्देश्य से पेश किया था, लेकिन अपने सहयोगियों की आलोचना का सामना करने के बाद वह ऐसा नहीं कर सकी। वित्त मंत्री डार ने अपने भाषण में बिजली क्षेत्र में कुप्रबंधन और पिछली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार की खराब आर्थिक नीतियों को मौजूदा वित्तीय संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया।